प्रेमी के चक्कर में पति की हत्या, जेल से लौटने पर मुंह मोड़ा
के चक्कर में पति की जान लेने तथा जेल से जमानत पर छूट कर आने पर अब प्रेमी ने भी उसे अपनाने से इंकार कर दिया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : प्रेमी के चक्कर में पति की जान लेने तथा जेल से जमानत पर छूट कर आने पर अब प्रेमी ने भी उसे अपनाने से इंकार कर दिया है। दो बच्चों की मां अब न ससुराल की रही न मायके की। अब उसने तलसरा थाना पहुंचकर प्रेमी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उसने पुलिस को जानकारी दी है कि प्रेमी ने ही उसके पति की हत्या की थी एवं इसका दोष उस पर लाद दिया था। पुलिस इसके आधार पर छानबीन में जुटी है।
बालीशंकरा के भाटीपाड़ा निवासी सुषमा कुजूर 2004 में जब आठवीं कक्षा में पढ़ रही थी तब उसकी शादी गांव के प्रकाश कुजूर के साथ हुई थी। परिवार के भरण पोषण के लिए प्रकाश मजदूरी के लिए मुंबई जाता था एवं पर्व त्योहार में ही घर लौटता था। इस बीच प्रकाश व सुषमा के दो बच्चे भी हुए। पति की गैर मौजूदगी में सुषमा ठेकेदारी करने के साथ राजनीति में आई। 2017 में वह बालीशंकरा से सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ी थी जिसमें वह पराजित हो गई। इसके बाद वह ब्लॉक में बीआरटी के पद पर नौकरी करने लगी। तभी उसकी निकटता बिजली बिल कलेक्शन करने वाले एक युवक से बढ़ी और उसके प्रेम जाल में फंस गई। सुषमा विवाहित एवं दो बच्चे होने के बावजूद प्रेमी उसे अपनाने का झांसा दिया। 31 जनवरी 2021 को सुषमा के ससुर का निधन हो गया। तब प्रकाश घर लौटा था और संस्कार का पूरा खर्च सुषमा ने ही उठाया। अवैध संबंध का पता चलने पर प्रकाश के साथ सुषमा का विवाद हो गया। 10 मार्च को प्रेमी ने प्रकाश की हत्या कर दी और दोष सुषमा पर लाद दिया। प्रेमी के चक्कर में सुषमा ने भी अपराध स्वीकार लिया और गिरफ्तार होकर जेल चली गई। उसे जमानत में लाकर पत्नी के रूप में स्वीकार करने का वादा किया था। पांच महीने बाद जब वह 24 सितंबर को जेल से लौटी तो प्रेमी ने उससे दूरी बना लिया। प्रेमी के चक्कर में सुषमा ने पति को भी खोया। उसने सारी कहानी पुलिस को बतायी है एवं न्याय की गुहार लगाई है।