आरएसपी में अनुकंपा नियुक्ति की मांग पर आमरण अनशन जारी
राउरकेला स्टील प्लांट में काम करने के दौरान मृत्यु वरण क
जागरण संवाददाता, राउरकेला: राउरकेला स्टील प्लांट में काम करने के दौरान मृत्यु वरण करने वाले 18 कर्मचारियों के परिजनों ने 26 साल तक अनुकंपा नियुक्ति की मांग पर हाईकोर्ट से लेकर संसद तक अपनी लड़ाई लड़ने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलता देख अब आर-पार की लड़ाई का निर्णय लिया है। इसके तहत दिवंगत कर्मचारियों के परिजनों ने बिरसा चौक पर अपना आमरण अनशन शुरू कर दिया है। 72 घंटे बीत जाने के बाद भी न तो प्रशासन और न ही आरएसपी प्रबंधन ने उनकी कोई सुध ली है। परिजनों ने अपनी मांग पूरी न होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।
परिजनों ने बताया कि संसदीय बोर्ड समिति से लेकर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय भी उनके पक्ष में आया है। इसके बावजूद अब तक किसी को भी अनुकंपा नौकरी नहीं मिली है। जबकि वे विगत 26 साल से इसके लिए लड़ाई लड़ी जा रही है।
परिजनों का कहना है कि अनुकंपा नियुक्ति के मामले को लेकर सेल से लेकर आरएसपी प्रबंधन नियम-कानून की दुहाई देकर यह संभव न होने की बात कह रहा है। हालांकि उनकी ही तरह के मामलों में तीन व्यक्तियों ने सुप्रीम कोर्ट का आश्रय लेने से उन्हें आरएसपी में अनुकंपा नियुक्ति मिली है। जिससे इन लोगों ने भी स्वयं को अनुकंपा नियुक्ति का हकदार माना है। यह मामला संसद तक पहुंचने के बाद संसदीय श्रम समिति ने इन 18 परिवारों के किसी सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने की दिशा में सेल व आरएसपी प्रबंधन को प्रभावी पहल का भरोसा दिया है। लेकिन अब तक इस पर अमल न होने से दिवंगत 18 आरएसपी कर्मचारियों के परिजनों ने बिरसा चौक पर आमरण अनशन शुरू किया है। जिसमें पहले दिन 14 नवंबर को स्वप्न दास, 15 नवंबर को महेंद्र साहु तथा 16 नवंबर को पुन: स्वप्न दास अनशन पर बैठे। इस दौरान इनके साथ भीम महाराणा, सरोज साहु, महेंद्र साहु, प्रदीप महंती, रश्मिरंजन पंडा, प्रमोद राय समेत दिवंगत आरएसपी कर्मचारियों की विधवाओं में रुपवती ¨सह, मल्ली महाराणा, वीणा सांगा, दीप्तिबाला महंती शामिल रहीं।