सुंदरगढ़ जिला में फाइलों में जीवित हैं पौधे, जमीन खाली
ओडिशा के अन्य क्षेत्रों की तरह राउरकेला वन मंडल क्षेत्र में भी पौधारोपण में भारी अनियमितता बरती गई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : ओडिशा के अन्य क्षेत्रों की तरह राउरकेला वन मंडल क्षेत्र में भी पौधारोपण में भारी अनियमितता बरती गई है। राज्य के वरिष्ठ वन अधिकारी अभयकांत पाठक वनीकरण के मामले में फंसे हैं। राउरकेला के पानपोष, कुआरमुंडा, बांकी, बीरमित्रपुर, बिसरा व राजगांगपुर रेंज में अनियमितता देखी जा रही है। केवल फाइलों में पौधे जीवित हैं जबकि जमीन खाली है। सूचना का अधिकार कानून के तहत प्राप्त आंकड़ों में भी यह स्पष्ट हो रहा है। आंकड़ों में 75 फीसद पौधे जीवित बताए गए हैं। रेंज क्षेत्र में एक स्थान पर पौधारोपण पर डेढ़ से दो करोड़ रुपये तक खर्च किया गया है पर कुछ स्थानों का हिसाब विभाग के पास नहीं है। मो वन योजना में लगभग 6 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। बीरमित्रपुर, करंजिया, दलकी और कुमवर्तटोला में सिलपुंजी, लंगलकाटा, खजुरनाली, नुआगांव, तिलसरा, बीरंजीतपुर में लाखों रुपये खर्च कर पौधारोपण किया गया है। बिसरा के महिपानी, बागडेगा, कुडेलकुच्चा, कुआरमुंडा रेंज में पांडुडेरा, बीजडीही, टायंसर, रियूं, किसनटोला, गोबिरा, हरिहरपुर इलाके में पौधारोपण किया गया। कुआरमुंडा रेंज के हरिहरपुर क्षेत्र के 63 हेक्टेयर भूमि में पौधारोपण पर 1,13,800 रुपये एवं गोबिरा के 75 हेक्टेयर में 1,16,000 रुपये खर्च किया गया। पर यहां कितने पौधे लगे, इसका विवरण विभाग के पास नहीं है। वित्त वर्ष 2017-18 में कुल 6,952 हेक्टेयर जमीन पर कुल 11,650 पौधे लगाए गए। विभाग ने कहा कि परियोजना पर कुल 11.28 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके लिए कोष कांपा, ओडिशा मिनरल बियरिग एरिया फॉर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन और आमो वन योजना से प्राप्त हुआ। इसी तरह पानपोष रेंज के बंडामुंडा आरआरएस कॉलोनी क्षेत्र में 26,000 पौधे लगाए गए जिसमें लागत 7,61,100 रुपये थी एवं शत प्रतिशत पौधे जीवित है। राजगांगपुर रेंज में सरगमोहना में लगभग 40,000 पौधे लगाए गए हैं एवं इसमें 1,745,200 रुपये खर्च किया गया है। इसी प्रकार, पनापोष रेंज के सोना पर्बत में 300 हेक्टेयर कैम्पा फंड पर 60,000 पौधे लगाए गए हैं। वैसमुंडा में, 60,000 पौधे लगाए गए हैं और 57,83,200 रुपये खर्च किए गए हैं। इसी प्रकार कुआरमुंडा रेंज के हरपल्ली में 40,000 पौधे लगाए गए हैं इस पर कुल 27,600 रुपये खर्च किए गए हैं। राजगांगपुर रेंज की हल्दीपनी में 2 लाख पौधे लगाए गए हैं और लागत 1.32 लाख करोड़ रुपये हैं।