मौसा दरिंदा और मौसी निकली बेरहम, किशोरी से दुष्कर्म का प्रयास
अनाथ बच्चों को सहारा तो मिला लेकिन सहारा देने वाले नाना और मौसा ही दरिंदे निकले और किशोरी के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया।
राउरकेला, जेएनएन। माता-पिता के निधन के बाद अनाथ बच्चों कहीं न कहीं सहारा मिल ही जाता है।लेकिन जब अपने सगे संबंधियों का सहारा मिलता है तो बड़े संतोष और राहत की बात होती है। लेकिन शहर के टिंबर कॉलोनी में इसका ठीक उल्टा ही नजर आया। माता - पिता की मौत के बाद किशोरी समेत तीन बच्चों को उनके नाना अपने घर ले गया। जहां उसने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। इस मामले में किशोरी के नाना को पोक्सो कानून के तहत जेल जाना पड़ा।
इसके बाद तीनों बच्चे तीन महीने से अपने मौसा मौसी के साथ रह रहे थे। यहां भी उनके दुर्भाग्य ने पीछा नहीं छोड़ा। मौसा ने भी किशोरी से दुष्कर्म का प्रयास किया। मामले की जानकारी होने पर पूर्व पार्षद प्रमिला दास की पहल पर तीनों बच्चों को प्लांट साइट थाना पुलिस ने अपने संरक्षण में ले लिया है। वहीं आरोपित मौसा और बच्चों से मारपीट करने के आरोप में मौसी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
तीन साल पहले हुई थी माता पिता की मौत टिंबर कॉलोनी निवासी आशुतोष सिंह ट्रांसपोर्टिंग का काम
करता था। वर्ष 2015 में झारसुगुड़ा में उसकी मौत हो गई। पति की मौत के बाद विधवा रीना सिंह अपनी बेटी व दो बेटों के साथ रहने लगी और परिवार का भरण पोषण करने के लिए सिक्यूरिटी गार्ड का काम शुरू कर दिया। इस बीच संपत्ति को लेकर उसके परिजन उसे प्रताड़ित करने लगे। थक हार कर उसने वर्ष 2017 में केरोसिन छिड़क कर खुदकुशी कर ली।
शरण देने वाला नाना भी निकला दरिंदा
आशुतोष और रीना की मौत के बाद उनके अनाथ बच्चों को उनके नाना जयेंद्र सिंह अपने साथ लेकर
बिहार के पटना जिला अंर्तगत मसौड़ी गांव चला गया। जहां पर आए दिन मासूम बच्चों के साथ मारपीट की जाती थी। चार माह पहले किशोरी के साथ नाना ने उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। यह मामला थाना पहुंचा और पुलिस ने जयेंद्र्र सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
आंगनबाड़ी कर्मी व पूर्व पार्षद प्रमिला दास ने दी शरण
इस घटना के बाद मासूम बच्चों मौसा मौसी ने रात में ही घर से बाहर निकाल दिया। तब बस्ती
की आंगनबाड़ी कर्मी ने उन्हें शरण दी। बुधवार को सुबह तीनों बच्चे पूर्व पार्षद प्रमिला दास के पास पहुंचे। जिन्हें लेकर वह प्लांट साइट थाना पहुंची और शिकायत दर्ज करायी। जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित कृष्र्णा सिंह (मौसा) और खुशबू सिंह (मौसी) को गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी पीके मिश्र खुद इस मामले की छानबीन कर रहे हैं। पूर्व पार्षद प्रमिला दास ने बच्चों के पुनर्वास का प्रबंध करने की बात कही है।
मौसा दरिंदा और मौसी निकली बेहरम
मासूम बच्चों के पिता आशुतोष ने ट्रांसपोर्ट का काम करते समय ही गोपबंधुपल्र्ली टिंबर कॉलोनी में मकान बनवाया था। पति- पत्नी के निधन के बाद उनकी संपत्ति पर लोगों की गिद्ध दृष्टि थी। बच्चों की मां के निधन के बाद उसके गहने आदि नाना उठा ले गया। नाना के बेदर्दी निकलने के बाद मौसा कृष्णा सिंह और मौसी खुशबू देवी मासूमों को मासौड़ी से राउरकेला ले आए पर उनकी प्रताड़ना कम नहीं हुई।
भूखे प्यासे रखकर मारपीट की जाती थी। घर से निकल जाने को कहा जाता था। मौसा की किशोरी पर बुरी नजर थी। मंगलवार को जब मासूम घर में अकेली थी तब मौसा ने उसे कपड़े उतारने को कहा। मना करने पर कपड़े फाड़ दिया। चाकू से उस पर हमला का प्रयास किया मगर किशोरी किसी तरह बचकर बाहर भाग गयी।
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