राउरकेला में गांजा के साथ गंजाम के दो कारोबारी गिरफ्तार
नगर स्थित प्लांट साइट थाना की पुलिस ने 29.58 किलो गाजा के साथ दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : नगर स्थित प्लांट साइट थाना की पुलिस ने 29.58 किलो गाजा के साथ दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। मारुति कार से वे गाजा लेकर जा रहे थे। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर ट्रैफिक टावर सेक्टर-21 के पास कार को रोक लिया। दोनों आरोपित गंजाम जिले के मूल निवासी हैं। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहा से जेल भेज दिया गया। अखंडलमणी बस्ती सेक्टर-1 निवासी पिंटू नायक एवं बरटोली निवासी विवेकानंद महंती रविवार की सुबह करीब सवा छह बजे मारुति कार से गाजा लेकर सेक्टर-21 से ट्रैफिक टावर की ओर जा रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की ओर से उनका पीछा किया गया एवं रोक लिया गया। उनकी कार से तीन बोरे में भरा 29.85 किलो गांजा बरामद हुआ। पुलिस द्वारा गाजा, कार के साथ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। आरोपितों के पास से तीन मोबाइल फोन तथा नकदी बरामद की गई है। इस मामले में संलिप्त अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। पत्थर खदान व बालू घाटों पर माफिया राज : सुंदरगढ़ जिले की पत्थर खदान एवं बालू घाटों पर माफिया राज चल रहा है। पांच साल में डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना वसूले जाने के साथ ही बड़ी संख्या में वाहन जब्त किए गए हैं। इसके बावजूद अवैध खनन व परिवहन बंद नहीं हो रहा है। इस पर अंकुश लगाने के लिए बना स्क्वायड भी नाकाम साबित हो रहा है।
लाठीकटा ब्लाक अधीनस्थ 24 बालूघाट हैं। यहां से राष्ट्रीय राजपथ संप्रसारण के लिए बालू उठाया जा रहा है। इसी तरह जलदा-1, जलदा-2, व जलदा-4 पत्थर क्वारी से पत्थर का खनन किया जा रहा है पर दैनिक कितना पत्थर व बालू कहां से कितना आ रहा है, इसका हिसाब नहीं है। इसी तरह 2020 में बलांडा-1, जनवरी 2021 में बलांडा-3 की अवधि खत्म हो चुकी है एवं दोबारा नीलामी नहीं हुई। 2010 से बलांडा-11 की नीलामी नहीं हुई है पर खनन जारी है। इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं गया है। तीन खदानों से सरकार को लाखों के राजस्व की क्षति हो रही है। आठ बालूघाट में केवल बलानी घाट ही वैध है शेष से अवैध तरीके से बालू का परिवहन हो रहा है। विभाग की ओर से घाटों व खदानों की नीलामी कर इससे वैध खनन की दिशा में कदम न उठाकर कर नाम मात्र की छापेमारी एवं जुर्माना वसूल कर औपचारिकता पूरी की जा रही है। इस क्षेत्र से पत्थर का खनन कर क्रसर के अलावा अन्य निर्माण कार्य वाले क्षेत्रों में धड़ल्ले से भेजे जा रहे हैं।
वर्ष जुर्माना वसूली (रुपये)
2015-16 16,40,859
2016-17 5,04,962
2017-18 19,63,054
2018-19 6,35,910
2019-20 26,88,725
2020-21 75,84,700