एनआइटी में फिर लगी आग, डेटा सेंटर को नुकसान
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला के डेटा सेंटर में रविवार की शाम को आग लग गयी। स्थानीय सुरक्षा कर्मियों के साथ अग्निशमन कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया जिससे इससे अधिक क्षति नहीं हुई है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। आठ महीने पहले भी एनआइटी में आग के कारण भारी नुकसान हुआ था। बार-बार आग से सुरक्षा पर उंगलियां उठने लगी हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला के डेटा सेंटर में रविवार की शाम को आग लग गयी। वहां से निकल रहे धुएं पर जब सुरक्षा कर्मियों की नजर पड़ी तो सभी हरकत में आए और अग्निशमन विभाग को सूचना दी गयी। दमकल कर्मियों ने आधे घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पा लिया। एनआइटी के पब्लिक रिलेशन कमेटी के चेयरमैन केके महापात्र ने बताया कि आग से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। दस माह पहले भी एनआइटी में आग के कारण भारी नुकसान हुआ था। बार-बार आग से एनआइटी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
एनआइटी सूत्रों के अनुसार रविवार की शाम को डेटा सेंटर से धुआं निकलने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा कर्मी वहां पहुंचे और इस पर काबू पाने का प्रयास किया। इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को भी दी गयी। दमकल वाहन के साथ अग्निशमन कर्मी वहां पहुंचे और आग पर काबू पाया। इस अग्निकांड से डाटा सेंटर को नुकसान हुआ है हालांकि इससे काम किसी तरह से प्रभावित नहीं होने की बात एनआइटी की ओर से कही गयी है। इस आग से डाटा सेंटर के तीन एसी व अन्य सामानों को मामूली नुकसान हुआ है। घटना की जांच शुरू कर दी गयी है।
इससे पहले एनआइटी राउरकेला के पर्चेज एंड वर्क्स विभाग में 4 दिसंबर 2018 की रात करीब ढाई बजे अचानक आग लग थी जिसमें, विभाग के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, कंप्यूटर आदि सामग्री जल गए थे। एनआइटी में करोड़ों का काम हो रहा है एवं देश विदेश के छात्र यहां अध्ययन कर रहे हैं। सेंटर में कई तरह में महत्वपूर्ण आंकड़ा डेटा सेंटर में संग्रह है। यह अति संवेदनशील क्षेत्र होने के बावजूद यहां आग लगने पर सुरक्षा खामियां पर जमकर मंथन किया गया था। यह विभाग अपने आप में काफी अहम है। क्योंकि एनआइटी के लिए होने वाली आवश्यक खरीददारी का पूरा ब्योरा यहां मौजूद रहता है।
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आग को तत्काल काबू कर लिया गया। किसी तरह का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने के कारणों की जांच जारी है। जिसके बाद पूरी बात सामने आएगी।
- केके महापात्र, चेयरमैन, पब्लिक रिलेशन कमेटी, एनआइटी