दो माह में भी पूरा नहीं हुआ आठ सौ मीटर काम
सीवरेज पाइप के लिए हर दिन 30 मीटर की खुदाई कर रहे ठेकेदार द्वारा लगभग दो माह बाद भी बिसरा चौक से राधिका होटल तक लगभग 800 मीटर में सीवरेज पाइप बिछाने का काम पूरा नहीं किया जा सका है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सीवरेज पाइप के लिए हर दिन 30 मीटर की खुदाई कर रहे ठेकेदार द्वारा लगभग दो माह बाद भी बिसरा चौक से राधिका होटल तक लगभग 800 मीटर में सीवरेज पाइप बिछाने का काम पूरा नहीं किया जा सका है। इसके लिए खोदे गए गड्ढों को बेतरतीब भरे जाने के कारण बिसरा चौक से मधुसूदन चौक में मेन रोड को जोड़ने वाली बिसरा रोड की हालत जर्जर हो गई है। कभी सीवरेज पाइप लाइन, कभी पानी पाइप तो कभी बिजली केबुल के लिए सड़क की खोदाई की जाती रही है। दो साल से सड़क की खोदाई व मरम्मत का काम हो रहा है। विभागों में समन्वय की कमी के कारण एक साथ काम नहीं हो रहा है जिसका खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है।
बिसरा रोड शहर के मुख्य मार्गों में से एक है। इस मार्ग में उमा टाकिज, शहर के सबसे बड़े होटलों में एक होटल राधिका है। इसके अलावा बैटरी शोरूम, सिलाई मशीन शोरूम, समसंग, पानाशॉनिक, वीडियोकॉन इलेक्ट्रानिक सामग्रियों के बड़े शोरूम, बेकरी व दो सौ से अधिक छोटी बड़ी दुकानें हैं। गुरुद्वारा रोड, जीटी लेन क्षेत्र में रहने वाले लोग इसी रास्ते से होकर आते जाते हैं। बिसरा रोड से मधुसूदन चौक होकर रेलवे स्टेशन तक लोगों का आना जाना इसी रोड से होता है। सड़क संकरी होने के कारण ट्रैफिक समस्या को देखते हुए इसे वन वे किया गया है। सड़क के एक ओर पार्किंग की जगह निर्धारित है। दो साल से इस सड़क की खोदाई व मरम्मत का सिलसिला जारी है। पहले पानी पाइपलाइन के लिए इसे खोदा गया फिर बिजली केबुल के लिए। बीच-बीच में मोबाइल केबुल के लिए भी सड़क खोदी गई। अब सीवरेज पाइप लाइन के लिए इसकी खोदाई की गई है। ठेकेदार व अधिकारियों की लापरवाही के कारण यहां खोदाई व पाइप बिछाने का काम धीमी गति से चल रहा है। दो सप्ताह से अधिक समय से यहां काम चल रहा है एवं मशीन जहां-तहां छोड़ दिया जा रहा है। खोदी गई सड़क के कुछ हिस्से में मलवा भर दिया गया है पर उसे समतल नहीं किया गया और पानी का छिड़काव नहीं किया जाता है जिससे आने जाने वालों को परेशानी हो रही है। धूल व मिट्टी के कारण दुकानदार ही नहीं बल्कि आम लोग भी परेशान हैं। आए दिन हादसे हो रहे हैं एवं लोगों को चोट लग रही है।
क्या कहते हैं लोग :
सड़क खोदे जाने व गड्ढों को ठीक तरह से नहीं भरे जाने के कारण दोपहिया वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ रहा है। खास कर महिला व युवतियां गिरकर जख्मी हो रही है। धूल उड़ना बड़ी समस्या बन गई है जिससे लोग परेशान हैं। इसका शीघ्र समाधान किया जाना चाहिए।
-डा. जितेन्द्र प्रसाद, चिकित्सक। हम विकास का विरोध नहीं कर रहे हैं पर इसका तरीका ठीक नहीं है। काम जल्दी करना चाहिए एवं काम के बाद मशीन व सामग्री को सड़क पर न छोड़ कर दूसरे जगह रखने की व्यवस्था करनी चाहिए। गड्ढों को ठीक तरह से भरने के साथ ही मरम्मत होने तक पानी का छिड़काव हो।
- विशाल कुमार, दुकानदार। ठेकेदार काम कर रहे हैं पर आम लोगों को इससे क्या परेशानी हो रही है, इसका ख्याल नहीं रखते हैं। गड्ढे भरने के लिए स्लैग व सामग्री दुकानों के सामने गिरा दी जाती है। नाली का कचरा भी दुकान के सामने जमा होता है। बिसरा रोड के दुकानदारों की समस्या का अंत नहीं हो रहा है।
- हरीश सेठी, साइकिल दुकानदार। सड़क की खुदाई व मरम्मत से उत्पन्न समस्या से बिसरा रोड के लोग तंग आ चुके हैं। इस संबंध में सीवरेज बोर्ड, ठेकेदार एवं नगर निगम अधिकारियों से बार-बार शिकायत की जाती रही है पर इसका कोई हल नहीं निकाला जा रहा है। काम के साथ-साथ जनता की परेशानी का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।
- दीनदयाल अग्रवाल, दुकानदार। विकास के कार्य का हम विरोध नहीं कर रहे हैं पर काम का जो तरीका है वह ठीक नहीं है एवं इसका विरोध करते हैं। विभागों के बीच तालमेल नहीं होने के कारण आम लोगों को परेशानी हो रही है। योजना बनने के साथ, एक साथ ही सब काम हो जाना चाहिए ताकि परेशानी कम हो।
- गौरव सेठी, पाइप दुकानदार। सड़कें कभी पाइप तो कभी केबुल के लिए खोदी जा रही हैं। खोदाई के बाद मरम्मत में महीनों लग जाते हैं। धूल मिट्टी से हम परेशान हो चुके हैं। स्थानीय लोगों के साथ-साथ इस रास्ते से गुजरने वालों को भी मुश्किल हो रही है। इसके समाधान के लिए लोग आंदोलन करने को विवश होंगे।
- मनोज अग्रवाल, हार्डवेयर दुकानदार।