प्लेटफार्म पर बंद हैं दुकानें, रोजाना 5000 यात्री हो रहे हैं परेशान
कोरोना महामारी के कारण प्लेटफार्म की दुकान और फूड प्लाजा नही खुलने से रोजाना 5000 यात्रियों को परेशानी हो रही है। एक से पांच तक के प्लेटफार्म के सभी दुकानें खोलने के निर्देश आने के बाद भी दुकानें नही खुल रही है।
राउरकेला, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के कारण दक्षिण-पूर्व रेलवे (Southeast Railway) समेत पूरे देश की ट्रेनों को बंद कर दिया गया था। इस दौरान केवल श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाए जा रहे थे। कोरोना महामारी के मामलों में कमी आने के बाद से दक्षिण-पूर्व रेलवे (Southeast Railway) के चक्रधरपुर डिवीजन अंर्तगत आने वाले राउरकेला स्टेशन (Rourkela Railway Station) से होकर अप और डाउन कर 8 ट्रेनें चलनी शुरु हो गई है। इन ट्रेनों में सफर करने वाले लगभग 5000 यात्रियों को स्टेशन में खाने-पीने की दिक्कत ना हो, इसके लिए डिवीजन के अंतर्गत आने वाले राउरकेला स्टेशन के प्लेटफार्म की सभी स्टॉल व फूड प्लाजा को खोलने का निर्देश 29 जून 2020 को ही जारी कर दिया गया था। लेकिन दुकानदारों द्वारा निर्देश की अनदेखी किए जाने के कारण राउरकेला से यात्रा करने वाले तथा राउरकेला होकर न जाने वाले यात्रियों को खाने-पीने के साथ अन्य सामानों के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है।
जून माह में अधिक सवारी ट्रेनें नही चलने के कारण अधिकारी भी चुप्पी साधे थे। लेकिन इस बीच अक्तूबर माह से आधे दर्जन से अधिक सवारी ट्रेने शुरु होने के साथ आगामी दिनों में भी और ट्रेनें चलने की संभावना है। उधर दपूरे के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने प्लेटफार्म के सभी स्टॉल, दुकान और फुड प्लाजा खोलने फिर से दुकान खोलने के लिए निर्देश जारी किया गया है। लेकिन इसके बावजूद प्लेटफार्म संख्या-1 की पांच दुकाने, प्लेटफार्म संख्या- 2-3 की दो दुकानें तथा प्लेटफार्म संख्या-4-5 की तीन दुकानें अभी भी नही खुल राई है। जबकि दो दुकानें खुल रही है। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
राउरकेला से अप और डाउन की लगभग रोजाना आठ सवारी ट्रेने फिलहाल चल रही है। कोरोना महामारी ट्रेनों के कम चलने के कारण रेलवे ने इन दुकानदारों को बड़ी राहत दी थी तथा सितंबर माह तक एक फीसद लाइसेंस फीस लिया था। ताकि इन दुकानदारों पर बोझ ना पड़े। साथ ही सभी दुकानदारों को दुकान खोलने को भी कहा गया है। इतना ही नही ट्रेन आने के समय दुकान खोलने को कहा गया है। इससे भी उनको राहत मिलेगी। लेकिन दुकानदारों का कहना है कि अभी दुकान खोलने पर उनको पांच-पांच कर्मचारी का खर्चा नही निकलेगा।
चक्रधरपुर के सीनियर डीसीएम, मनीष कुमार पाठक का कहना है कि दुकानदार पूरी तरह से ट्रेनें चालू ना होने तक दुकान खोलने में असमर्थता जता रहे हैं। रेलवे दुकानदारों से जबरन दुकान नहीं खुलवा सकती है। फिर भी यात्रियों की परेशानी को दूर करने का प्रयास शीघ्र करने के साथ इस समस्या का भी समाधान शीघ्र निकाला जाएगा।