आरटीओ के एजेंटों ने यूनियन के बैनर तले मांगा काम का अधिकार
राउरकेला मोटर वेइकल फील्ड वकर्स यूनियन के बैनर तले राउरकेला आरटीओ कार्यालय में सभी एजेंटों को काम करने का अधिकार है। यूनियन को हाईकोर्ट से स्वीकृति मिलने की बात यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र दास व सलाहकार अरिदम दत्ता ने मीडिया को बताया। उन्होंने कार्यालय के कामकाज में सभी तरह का सहयोग पुलिस प्रशासन को करने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला मोटर व्हीकल फील्ड वर्कर्स यूनियन के बैनर तले राउरकेला आरटीओ कार्यालय में सभी एजेंटों को काम करने का अधिकार है। यूनियन को हाईकोर्ट से स्वीकृति मिलने की बात यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र दास व सलाहकार अरिदम दत्ता ने मीडिया को जानकारी दी। कामकाज में हर तरह का सहयोग पुलिस प्रशासन को देने का भरोसा भी दिया।
सेक्टर-4 आइबी में सुरेंद्र ने बताया कि तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश समेत अन्य राज्यों में फील्ड वर्कर को स्वीकृति मिली है पर ओडिशा में स्वीकृति पत्र नहीं मिला है। यहां उनके कार्य में किसी तरह की अड़चन भी नहीं आ रही थी और वे अपना काम करते आ रहे थे। 1971 में अधिवक्ता रंजीत महंती ने संगठन तैयार कर पंजीकरण कराया था। तब से ओडिशा मोटर व्हीकल फील्ड वर्कर्स यूनियन काम कर रहा था। 1998 में राउरकेला के तत्कालीन अतिरिक्त जिलापाल ने एजेंटों के विरुद्ध कार्रवाई की थी। तब वरिष्ठ अधिवक्ता मुरलीधर परीजा ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हाईकोर्ट ने कार्यरत एजेंटों को स्वीकृति दी थी। इसके बाद से एजेंट कार्यालय में काम करते रहे थे। अब प्रशासन कार्रवाई एवं गिरफ्तारी कर रही है। उन्होंने एजेंटों को यूनियन के बैनर तले काम का अधिकार तथा कानून का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की मांग की। साथ में महासचिव गयाधर नायक, उपाध्यक्ष भोलानाथ नायक समेत अन्य लोग शामिल थे।