प्रचार पर प्रतिबंध लगते ही 90 फीसद सेवाभावी मैदान से नदारद
राज्य में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन लागू होते ही शहर के समाजसेवी तथा सेवाभावी संगठन जरूरत मंदों की सेवा के लिए सक्रिय हो गए थे।
जागरण संवाददाता, राउरकेला: राज्य में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन लागू होते ही शहर के समाजसेवी तथा सेवाभावी संगठन जरूरत मंदों की सेवा के लिए सक्रिय हो गए थे। लेकिन प्रशासन की ओर से फोटो खिचवाने एवं सोशल मीडिया पर इसके प्रचार पर प्रतिबंध लगा देने के बाद संगठनों की सक्रियता कम होने लगी है। राउरकेला महानगर निगम क्षेत्र में लोगों को पका भोजन बांटने के लिए 4 दर्जन से अधिक संगठन आगे आए थे। नगर निगम की ओर से भोजन की बर्बादी को रोकने के लिए छेंड़ कॉलोनी में बने कंट्रोल रूप में भोजन जमा करने एवं वहां से विभिन्न क्षेत्रों में निगम के कर्मचारियों के द्वारा बांटने का निर्देश दिया गया। तभी से सेवाभावी संगठन ढीले पड़ गए थे। कुछ संगठनों ने वहां भोजन पहुंचाना शुरू किया जो दो तीन दिन तक निगम के द्वारा भोजन बांटा गया। फिर इसमें भौगोलिक परिस्थिति को लेकर आई अड़चन को देखते हुए नगर निगम की ओर से अपना फैसला बदला गया। फिर क्षेत्र बांटकर संगठनों को भोजन बांटने की जिम्मेदारी दी गई। इसके लिए 39 संगठनों ने पंजीकरण कराया और जिम्मेदारी भी ली। प्रशासन की ओर से निर्देश दिया गया था कि कोई भी संगठन फोटो नहीं खिचवाएगा और सोशल मीडिया पर अपना प्रचार नहीं करेंगे। जो भी प्रचार करना हो नगर निगम के जरिए ही किया जाएगा। अपना प्रचार ना होते देख संगठनों की सक्रियता कम हो गई है अब केवल 10 फीसद संगठनों के सदस्यों को ही भोजन बांटने में सक्रिय देखा जा रहा है। कुछ संगठन शारीरिक दूरता का हवाला देते हुए काम बंद करना चाह रहे हैं।
बीरमित्रपुर में नहीं हो रहा शारीरिक दूरता का पालन
बीरमित्रपुर शहर एवं आसपास के बाजारों में लॉक डाउन का उल्लंघन करने के साथ-साथ शारीरिक दूरता का भी पालन नहीं किया जा रहा है। इससे कोरोना संक्रमण का डर बना हुआ है। शहर के सब्जी मार्केट में लोग बेवजह भीड़ लगा रहे हैं। इसी तरह बन मुंडा दफाई, भट्टी रोड, गांधी रोड, गोल बाजार की दुकान मार्केट सुबह 6 से 10 बजे एवं शाम को 4 से 6 बजे तक खुल रही हैं। इनमें भीड़ देखी जा रही है। लोग बिना काम के घूमते नजर आते हैं। संडे मार्केट में भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है एवं शारीरिक दूरता का पालन नहीं हो रहा है। पुलिस प्रशासन की ओर से इनके खिलाफ सख्ती नहीं बरते जाने कारण ऐसे लोगों का मनोबल बढ़ रहा है। शारीरिक दूरता पालन नहीं होने कारण क्षेत्र में संक्रमण की संभावना बढ़ गई है। कोकेरामा बाजार में भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचकर खरीदारी कर रहे हैं। गांव के लोग भी अपना सामान बेचने को पहुंच रहे हैं इस पर पुलिस प्रशासन का ध्यान नहीं है।