मंत्री प्रताम जेना तक पहुंची जराईकेला पंचायत के कार्यपालक अधिकारी की करतूत
अंचल के जराईकेला पंचायत के कार्यपालक अधिकारी (ईओ) पर मुरुम मार्ग और ड्रेन के मरम्मत कार्य से जुड़े मजदूरों को मजदूरी देने के बदले कमीशन मांगने का आरोप लगा है।
संवादसूत्र, बिसरा : अंचल के जराईकेला पंचायत के कार्यपालक अधिकारी (ईओ) पर मुरुम मार्ग और ड्रेन के मरम्मत कार्य से जुड़े मजदूरों को मजदूरी देने के बदले कमीशन मांगने का आरोप लगा है। पीड़ित ठेकेदार ने मंगलवार को डराईकेला स्थित टुसु भवन में पंचायती राज मंत्री प्रताप जेना से मिलकर ईओ के खिलाफ शिकायत पत्र देकर इसपर कारवाई की मांग की।
बिसरा प्रखंड के अधीन जराईकेला पंचायत में कुछ दिन पहले मुरुम सड़क और एक ड्रेन की मरम्मत का कार्य संपन्न हुआ। लेकिन इन दोनों कार्य मे जिन मजदूरों ने काम किया था उन्हें लगभग 20 दिन से मजदूरी नही दी गई है। मजदूरों को उनकी मजदूरी देने के बदले पंचायत की ईओ सरिता सेठी द्वारा रिश्वत मांगने का आरोप जराईकेला बस्ती निवासी जगदीश सेठी ने लगाया है। उन्होंने शिकायत पत्र के जरिये पंचायती राज मंत्री को बताया है कि जराईकेला पंचायत के ईओ सरिता सेठी मजदूरों को उनके मजदूरी भुगतान करने के बदले कमीशन की मांग कर रहे हें। कमीशन नहीं दिए पर मजदूरों को उनकी मजदूरी नही दी जा रही है। ठेकेदार ने सरिता सेठी पर और भी ऐसे आरोप लगाए हैं। जगदीश नामक ग्रामीण ने मंत्री के निकट सरिता के द्वारा किए गए कार्य का उचित जांच करने की मांग की है।
इस संबंध में पूछे जाने पर सरिता सेठी ने बताया कि मुझपर लगाए गए आरोप झूठे हैं। मजदूरों को उनकी मजदूरी क्षेत्र के सरपंच द्वारा दे दी गई है।
ज्ञात हो कि एक महीने पहले जराईकेला पंचायत के सरपंच ने एक पत्र लिखकर बिसरा बीडीओ जनमजेय बेहरा को बताया था कि जराईकेला पंचायत में मनरेगा कार्य मे भष्ट्राचार हो रहा है। कुछ कार्य मे सरपंच को गुमराह कर उनका हस्ताक्षर भी लिया गया है, लेकिन बीडीओ ने इस मामले को गंभीरता से नही लिया।