आरएसपी में मनाया गया विश्व यक्ष्मा दिवस
सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) में बुधवार को विश्व यक्ष्मा दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) में बुधवार को विश्व यक्ष्मा दिवस मनाया गया। ओएचएससी में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता उप सीएमओ डा. दीपा लावंगरे ने शिरकत की। उल्लेखनीय है कि हर साल 24 मार्च 1882 को सर रॉबर्ट कोच द्वारा टीबी बेसिली की खोज को चिन्हित करने के लिए विश्व यक्ष्मा दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष के यक्ष्मा दिवस के लिए विषय वस्तु है वक्त गुजर रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डा. दीपा लव ने कहा कि यक्ष्मा रोग के बारे में अज्ञानता इसे और अधिक खतरनाक बनाती है। इसलिए अधिक जागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दवाओं और स्वच्छता अभ्यास के सामान्य पाठ्यक्रम से यह बीमारी ठीक हो सकती है। लेकिन अगर उपचार में अनियमितता बरती गई तो एमडीआर (मल्टी ड्रग्स रेसिस्टेंस) हो सकता है। डा. दीपा लवंगारे ने कहा कि समय निकलता जा रहा है। वास्तव में सतत विकास लक्ष्य के तहत 2022 तक विश्व भर में 40 मिलियन टीबी रोगियों के इलाज करने को निर्धारित किया गया है। इसलिए स्वयं के यक्ष्मा की स्थिति की जानकारी होना अति आवश्यक है। उन्होंने सभी से भविष्य में यक्ष्मा मुक्त विश्व बनाने की दिशा में प्रयासरत रहने का आग्रह किया। साथ ही इसके लक्षण दिखने पर आवश्यक परामर्श लेकर ससमय इलाज के लिए प्रेरित किया। कहा कि यक्ष्मा अब कोई असाध्य रोग नहीं रह गया है।
अतिरिक्त सीएमओ ओएचएससी डा. टी मिश्र ने स्वागत भाषण एवं डीएमओ डा. सुरेंद्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। वृतिगत स्वच्छता तकनीशियन, केसी प्रधान ने कार्यक्रम का संचालन किया।