अपने तीन साथियों के साथ ओडिशा के लिए निकला था भगवान दास
बीरमित्रपुर थाना थाना क्षेत्र के पातालकांड से 15 तारीख की रात उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के जहानाबाद थाना अंतर्गत सियाबाड़ी पट्टी गांव के रहने वाले जिस भगवान दास का शव पुलिस ने वाहन दुर्घटना में सिर कुचले हुए हालत में बरामद किया था।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : बीरमित्रपुर थाना थाना क्षेत्र के पातालकांड से 15 तारीख की रात उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के जहानाबाद थाना अंतर्गत सियाबाड़ी पट्टी गांव के रहने वाले जिस भगवान दास का शव पुलिस ने वाहन दुर्घटना में सिर कुचले हुए हालत में बरामद किया था। वह 11 सितंबर को गांव के ही राकेश, रंजीत और रिछा निवासी गुड्डू के ट्रक पर बैठकर ओडिशा जाने की बात कहकर घर से निकला था। मौत से पहले 15 सितंबर की दोपहर एक बजे उसने अपनी पत्नी गीता देवी को फोन करके उग्रवादियों के शक में उसको झारखंड में पकड़कर थाने में बैठाने और रात में एनकाउंटर किए जाने की तैयारी की बात कही है। उसने यह भी कहा था कि उसका ऑडियो रिकॉर्ड कर वायरल कर दें। इसके ठीक 10 घंटे बाद उसकी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। दुर्घटना में उसका सिर पूरी तरह से कुचल गया था। पास से मिले मोबाइल फोन तथा हाथ में लिखे नाम के जरिए उसकी पहचान हुई थी। ओडिशा पुलिस ने दूसरे दिन उसके परिजनों को फोन कर घटना की जानकारी दी थी। उन्हें यहां आकर शव को ले जाने को कहा था। लेकिन दो दिन गुजर जाने के बाद भी परिवार का कोई भी व्यक्ति शव लेने नहीं आया था। जिसके बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट की उपस्थित में शव का दाह संस्कार कर दिया। इसी बीच भगवान दास के मरने के पहले परिवार को किए फोन का ऑडियो वारयल हो गया था। जिसके बाद हरकत में ओडिशा पुलिस ने नए तरीके से मामले की जांच शुरू की थी। हालांकि अब तक जांच में पुलिस को कुछ विशेष तथ्य हाथ नहीं लग पाए है। पुलिस ने इस बीच मृतक भगवान दास के परिजनों से बात कर मामले की गहराई से पड़ता करनी शुरू कर दी है। पुलिस मृतक के फोन के लोकेशन की डिटेल आने का इंतजार कर रही है। इसके अलावा उसके साथियों की भी तलाश की जा रही है।