हड़ताल पर बैठे आइआइपीएम छात्रों पर हमला
कांसबहाल स्थित आइआइपीएम के आंदोलनरत विद्यार्थियों पर गुरुवार
जागरण संवाददाता, राउरकेला: कांसबहाल स्थित आइआइपीएम के आंदोलनरत विद्यार्थियों पर गुरुवार की देर रात हमला किया गया। पांच युवकों ने नशे में आकर आइआइपीएम निदेशक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रिले भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों पर हमला किया। हड़ताल में शामिल एक छात्रा ने हमले को लेकर निदेशक पर संगीन आरोप लगाया है। जिसमें कहा गया है कि निदेशक ने हमला करने के लिए 50 हजार रुपये की सुपारी दी थी। वहीं आंदोलन स्थल पर सुरक्षा के लिये तैनात दो कांस्टेबल के अलावा कोई महिला कांस्टेबल न होने को लेकर भी छात्रों ने नाराजगी जताई है।
घटना के बाद रात में ही छात्रों ने राजगांगपुर डाक बंगले में डीआइजी कविता जालान से मुलाकात की। डीआइजी से कार्रवाई का भरोसा मिलने के बाद इस मामले में संलिप्त पांच युवकों को पुलिस ने हिरासत में लेकर जांच कर रही है।
उल्लेखनीय है कि कांसबाहाल आइआइपीएम के निदेशक निरंजन नायक को हटाने की मांग पर यहां के विद्यार्थियों ने विगत दस दिनों से आंदोलन जारी रखा है। जिसमें विद्यार्थियों ने रिले भूख हड़ताल भी शुरू की थी। जिसके बाद गुरुवार की शाम पांच युवकों ने नशे की हालत में वहां पहुंचकर रिले भूख हड़ताल में बैठी छात्रा साक्षी व उसके सहपाठियों पर हमला बोल दिया। जिसमें छात्रा साक्षी का आरोप है कि हमलावरों में शामिल पवन रजक नामक युवक ने उस पर हमला किया था। उसने आरोप लगाया है कि सभी हमलावर युवक आइआइपीएम के डिप्लोमा छात्र हैं, जिन्हें निदेशक निरंजन नायक ने हमला करने के लिये भेजा था। छात्रों ने साथ ही बीजद नेता जीतू दास का भी इसमें हाथ होने का आरोप लगाया। घटना के बाद छात्र-छात्राएं तुरंत राजगांगपुर थाना पहुंची और आपबीती सुनाई। इसके बाद पुलिस ने पांच आरोपितों को हिरासत में ले लिया। बाद में राजगांगपुर में उपस्थित डीआइजी कविता जालान से मिलकर भी सारी बात बताई। जिस पर डीआइजी ने दोषियों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया।