लिलिमा मिज के संन्यास की घोषणा से खेल प्रेमी निराश
सुंदरगढ़ जिले के लांजीबेर्णा स्थित तानाटोली गांव निवासी तथा भारतीय महिला हॉकी टीम की अनुभवी मिडफील्डर लिलिमा मिज ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय महिला हॉकी से संन्यास की घोषणा कर दी है।
जासं, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के लांजीबेर्णा स्थित तानाटोली गांव निवासी तथा भारतीय महिला हॉकी टीम की अनुभवी मिडफील्डर लिलिमा मिज ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय महिला हॉकी से संन्यास की घोषणा कर दी है। यह खबर आने के बाद जिले के हॉकी खेल प्रेमियों में निराशा देखी गई। वे लिलिमा को आगे भी अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैचों में बेहतर प्रदर्शन करते देखना चाहते थे। हालांकि गुरुवार को सन्यास की घोषणा के बाद दो बार के एशियाई खेलों में पदक विजेता लिलिमा को भारतीय हॉकी में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लोगों की ओर से बधाई दी गई। लिलिमा मिज, जिन्होंने 2011 में अर्जेंटीना (क्विल्म्स और पराना) में आयोजित फोर नेशन महिला हॉकी टूर्नामेंट से राष्ट्रीय टीम में पदार्पण किया था। भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ कई शानदार क्षणों की वे हिस्सेदार रही हैं। भारत के लिए 156 मैचों में 12 गोल करने वाली मिडफील्डर लिलिमा एशियाई खेल-2014 में कांस्य पदक, 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक और एफआइएच महिला श्रृंखला फाइनल हिरोशिमा 2019 में स्वर्ण पदक जीत के दौरान टीम का हिस्सा थीं। भारतीय महिला हॉकी टीम ने जब 36 साल बाद पहली बार ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था, उस समय लिलिमा भारतीय टीम का हिस्सा थी। जिन्होंने ओडिशा के भुवनेश्वर में एफआइएच हॉकी ओलिंपिक क्वालीफायर 2019 के जरिए टोक्यो ओलिंपिक में जगह बनाई थी। वह 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य भी थीं। गुरुवार को लिलिमा मिंज के खेल से सन्यास लेने की घोषणा से जिले के खेलप्रेमियों में निराशा की लहर है।