आठ दिन मौत से जंग लड़ने के बाद हार गई इप्सिता
झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर नगरपालिका क्षेत्र के हरिओम विहार इलाके में सिख परिवार को जिदा जलाने की घटना में बुरी तरह से झुलसी सात साल की इप्सिता कौर आठ दिन तक मौत से संघर्ष करने के बाद मंगलवार की तड़के करीब साढ़े चार बजे दम तोड़ दिया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर नगरपालिका क्षेत्र के हरिओम विहार इलाके में सिख परिवार को जिदा जलाने की घटना में बुरी तरह से झुलसी सात साल की इप्सिता कौर आठ दिन तक मौत से संघर्ष करने के बाद मंगलवार की तड़के करीब साढ़े चार बजे दम तोड़ दिया। जबकि उसकी मां मनजीत कौर व मामा राजेंद्र सिंह की हालत नाजूक बनी हुई है। हालांकि इप्सिता की नानी बलजीत कौर की हालत में सुधार बताया जा रहा है। तीनों का इलाज राउरकेला इस्पात जनरल अस्पताल (आइजीएच) में चल रहा है। इप्सिता की मौत की सूचना पाकर रायपुर, झारसुगुड़ा, ब्रजराजनगर तथा राउरकेला में रहने वाले उसके परिजन मंगलवार की सुबह ही अस्पताल पहुंच गए थे। ब्रजराजनगर थाना की पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद इप्सिता के शव को परिजनों को सौंप दिया। इस मामले की जांच खुद झारसुगुड़ा के एसपी कर रहे है।
हालांकि इस मामले का खुलासा हो चुका है तथा पुलिस के मुताबिक ब्रजराजनगर के हरिओम कालोनी इलाके में रहने वाले दिवंगत गुरमीत सिंह के छोटे पुत्र रविदर सिंह ने ही अपनी मां, बड़े भाई, विधवा बहन तथा भांजी पर सोते समय पेट्रोल डालकर जलाकर मारने का प्रयास किया था। नुआपाड़ा के बेसन तांडी तथा एक नाबालिग ने इसमें उसकी सहायता की थी। पुलिस ने इस मामले में रविदर सिंह व बेसन तांडी को गिरफ्तार कर जेल तथा नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया है। रविदर कर्ज के तले दबा था तथा प्रेम विवाह करने के बाद घर वाले उसे स्वीकार नहीं कर रहे थे। इस कारण वह घर वालों पर नाराज था।