पढ़ाई के डर से घर से भागा युवक आठ साल बाद लौटा
पढ़ाई के डर से आठ साल पहले घर छोड़ कर भागा 12 साल का किशोर अब 20 साल का हो चुका है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : पढ़ाई के डर से आठ साल पहले घर छोड़ कर भागा 12 साल का किशोर अब 20 साल का हो चुका है। पुलिस की ओर से लापता बच्चों की तलाश के लिए चलाए गए विशेष अभियान में उसका पता चला। वह भागकर जाजपुर के डुबरी में राजमिस्त्री का काम करता था। पुलिस की पहल पर उसे परिवार वालों के हवाले किया गया।
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कर्मचारी माधो वानरा अपने भाई अर्जुन वानरा को साथ रखकर पढ़ाने के लिए लाए थे। अर्जुन का पढ़ाई में मन नहीं लगता था एवं दोस्तों के साथ खेलने-कूदने में ही उसका समय बीतता था। पढ़ाई के लिए दबाव डालने पर अर्जुन घर से भाग गया। गांव जाने के बजाय वह अन्यत्र चला गया। काफी तलाश के बाद भी उसका पता नहीं चलने पर सेक्टर-7 थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। लंबे समय तक मामला थाने में ही लटका रहा। पिछले महीने पुलिस की ओर से लापता बच्चों की तलाश के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इसमें पता चला कि अर्जुन जाजपुर के ढुबरी में राजमिस्त्री का काम करता है। पुलिस अर्जुन को अपने साथ राउरकेला लेकर आई एवं परिवार वालों के हवाले किया। केबलांग में 70 फीट ऊंचे मोबाइल टावर चढ़ा दिव्यांग, उतारा गया केबलांग थाना क्षेत्र के गोपना गांव में 70 फीट ऊंचे मोबाइल टावर पर चढ़े दिव्यांग युवक को अग्निशमन कर्मियों की सहायता से सुरक्षित उतार लिया गया। गोपना गांव निवासी 20 वर्षीय तरनीसेन की मानसिक हालत ठीक नहीं है। वह रवीन्द्र महंतो के खेत में बने मोबाइल टावर पर चढ़ गया। उस पर नजर पड़ने पर लोग शोर मचाने लगे एवं नीचे उतारने का प्रयास किया गया। उसके नीचे नहीं आने पर अग्निशमन विभाग को सूचित किया गया। अग्निशमन टीम मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत कर डेढ़ घंटे बाद उसे सुरक्षित नीचे उतार लिया गया।