एनआइटी में और छह छात्र पाए गए कोरोना पॉजिटिव
नगर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान (एनआइटी) में और छह छात्रों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : नगर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान (एनआइटी) में और छह छात्रों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इनमें पांच छात्र व एक छात्रा शामिल है। इन सभी को कैंपस स्थित नॉर्थ गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन किया गया है। इन्हें मिलाकर एनआइटी में अबतक 20 छात्र-छात्रा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। विगत 10 मार्च को पीएचडी का एक छात्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद 15 मार्च को तृतीय वर्ष का एक छात्र व 22 मार्च को तृतीय वर्ष की एक छात्रा की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके अगले दिन और 4 विद्यार्थी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद सात छात्र-छात्राओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अब और छह विद्यार्थियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से प्रबंधन की ओर से व्यापक सतर्कता बरती जा रही है। संस्थान में कोविड जांच के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रस्तावित सेमेस्टर की परीक्षा ऑनलाइन करने के लिए सीनेट द्वारा फैसला लिए जाने के कारण विद्यार्थियों के हॉस्टल छोड़ने से पहले सभी का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। अबतक एक हजार से अधिक विद्यार्थियों के स्वाब का नमूना संग्रह कर परीक्षण के लिए भेजा जा चुका है। संक्रमित विद्यार्थियों के संपर्क में आए छात्रों की भी जांच प्रक्रिया शुरू की गई है।
कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, जांच हुई धीमी : सुंदरगढ़ जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सरकार की ओर से यहां नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है पर जांच की रफ्तार धीमी कर दी गई है। सरकारी अस्पतालों में एंटीजेन टेस्ट बंद है। केवल आरटी-पीसीआर टेस्ट हो रहा है। इसकी रिपोर्ट आने में 72 घंटे से अधिक समय लग रहा है। जिले के कुछ निजी अस्पतालों एवं क्लीनिक को जांच की अनुमति दी गई जहां मनमानी वसूली की जा रही है। जांच रिपोर्ट के लिए लोग अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं।
राउरकेला शहर और आसपास के क्षेत्रों में सप्ताह भर में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है। लक्षण वाले मरीजों के लिए राउरकेला सरकारी अस्पताल ही एकमात्र जांच केंद्र बचा है। यहां शुक्रवार तक एंटीजेन टेस्ट हुआ एवं इसकी रिपोर्ट भी लोगों को आधे घंटे में मिल रही थी पर शनिवार से एंटीजेन टेस्ट बंद है। यहां केवल आरटी-पीसीआर टेस्ट की ही अनुमति है। सैंपल इस्पात जनरल अस्पताल में बने जांच केंद्र भेजा जा रहा है। यहां से रिपोर्ट आने में 72 घंटे से अधिक समय लग रहा है। इससे संक्रमित मरीज की पहचान में देरी हो रही है एवं उसके संपर्क में आकर दूसरे लोग संक्रमित हो रहे हैं। होली छुट्टी के बाद विद्यार्थियों को छात्रावास लौटने के लिए 48 घंटे पूर्व की कोरोना रिपोर्ट मांगी जा रही है। एंटीजेन टेस्ट बंद होने से उन्हें भारी परेशानी हो रही है। हाईटेक मेडिकल कॉलेज को जांच की अनुमति है पर यहां मनमानी फीस वसूली जा रही है। पहले एंटीजेन टेस्ट के लिए 250 रुपये लिया जा रहा था अब इसे बढ़ाकर 750 रुपये कर दिया गया। आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए 1250 रुपये लिए जा रहे हैं। गुप्ता पॉली क्लीनिक में इसके लिए 1500 रुपये मांगा जा रहा है। पानपोष अनुमंडलीय अस्पताल में भी कोविड टेस्ट बंद होने से लोग पैसे देकर कोरोना जांच कराने को विवश हैं।