राउरकेला के 39 समेत सुंदरगढ़ जिले से 319 विद्यार्थी देंगे मैट्रिक की आफलाइन परीक्षा
ओडिशा माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से कक्षा की परीक्षा व नौवीं के परिणाम के आधार पर बिना परीक्षा के मैट्रिक का परिणाम घोषित किया गया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : ओडिशा माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से कक्षा की परीक्षा व नौवीं के परिणाम के आधार पर बिना परीक्षा के मैट्रिक का परिणाम घोषित किया गया है। जिले में 98.4 प्रतिशत परिणाम रहा। इसके बावजूद इस परिणाम से विद्यार्थी संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने फिर से परीक्षा देने के लिए फार्म भरा है। परीक्षा से वंचित विद्यार्थी भी इसके लिए आवेदन किए हैं। राउरकेला के 39 समेत जिले से 319 विद्यार्थियों ने आफलाइन परीक्षा देंगे। इनमें से 41 रेगुलर, 42 एक्स रेगुलर एवं 236 पत्राचार के विद्यार्थी हैं।
बगैर परीक्षा के मैट्रिक का परिणाम घोषित होने तथा वंचित परीक्षार्थियों को आफलाइन परीक्षा देने का अवसर बोर्ड की ओर दिया गया है। इसके लिए आवेदन फार्म भरा गया। सुंदरगढ़ जिले से फार्म भरने वाले 319 विद्यार्थियों में से नियमित 41 विद्यार्थियों में सुंदरगढ़ के पांच, बालीशंकरा के तीन, बड़गांव के चार, हेमगिर व लेफ्रीपाड़ा के दो-दो, सबडेगा ब्लाक के एक, टांगरपाली ब्लॉक के चार परीक्षार्थी हैं। इसी तरह, कुआरमुंडा ब्लाक से तीन लाठीकटा ब्लाक से 10, नुआगांव एवं बणईगढ़ से एक-एक, लेफ्रीपाड़ा के छह परीक्षार्थी शामिल हैं। इन विद्यार्थियों को बिना परीक्षा दिए मिले अंक से संतुष्टि नहीं है। उल्लेखनीय है कि सुंदरगढ़ जिले के 403 हाईस्कूलों से 24 हजार 852 परीक्षार्थी फार्म भरे थे। इनमें से 24 हजार 424 को बिना परीक्षा के पास किया गया है। इनमें ग्रेड ए-1 में 50, ग्रेड ए-2 में 506, ग्रेड बी-1 में 1713, ग्रेड बी-2 में 4023 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। एसएचजी की महिलाओं को बकरी प्रदान : सुंदरगढ़ जिले में महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्यों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बकरी पालन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके तहत बणई समन्वित आदिवासी विकास संगठन द्वारा जीविका मिशन के तहत समूह की महिलाओं की पहचान कर बकरियां प्रदान की जा रही हैं। इसका उद्देश्य उनके जीवन की गुणवत्ता को बदलना है। एकीकृत जनजातीय विकास एजेंसी बणई महिला एसएचजी सदस्यों का चयन कर उन्हें बकरी प्रदान कर रही है। ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें आय का दूसरा स्त्रोत प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुंदरगढ़ में ओडिशा आजीविका मिशन के तहत बकरी पालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।