सालों की समस्या, सूरत अबतक जस की तस
अच्छा रास्ता कहा जाए तो लोग राष्ट्रीय राजमार्ग समझने लगते है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला: अच्छा रास्ता कहा जाए तो लोग राष्ट्रीय राजमार्ग समझने लगते है। लेकिन पानपोष बारकोट 143 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत किसी गांव की गड्ढानुमा सड़क की तरह है। कहीं पर बड़े बड़े गड्ढे बन गए है तो कहीं सड़क मिट्टी के साथ मिल गई है। बारिश होने पर तो स्थिति और भी खराब हो जाती है। इस रास्ते से अगर सफर करते है तो यह कहना मुश्किल है कि आप अपने गंतव्य तक कब पहुंचेंगे। ऊबड़-खाबड़ इस एनएच पर रोजाना कहीं न कही गाड़ियां फंस जाती है या फिर खराब हो जाती है। इस कारण घंटों तक जाम लग जाता है। हालांकि स्थिति अगर सामान्य भी रही तो राउरकेला शहर के पानपोष चौक से बारकोट तक लगभग 100 किमी की दूरी तय करने के लिए 5 से 6 घंटा लगता है।
भुवनेश्वर व कटक जाने वाले मरीजों के लिए काल : इस मार्ग से राउरकेला से कटक या भुवनेश्वर रेफर होने वाले गंभीर मरीज जाना आना करते है। लेकिन इनमें से कई अस्पताल नहीं पहुंच पाते है। कई तो डर कर उक्त मार्ग से जाते ही नहीं हैं। इस सड़क का हाल पूरे राज्य को पता है। राजनैतिक दल व स्थानीय लोग के विरोध के बाद सालों से बनी हुई इस समस्या के समाधान हेतु एनएचआई तत्पर तो हुई है, लेकिन एनएच की मरम्मत व विस्तार का काम जिस तरह से चलना चाहिए, उस तरह से यह नहीं चल रहा है। बीरमित्रपुर से पानपोष व पानपोष से राजामुंडा तक एक संवेदक तथा राजामुंडा से बारकोट तक दूसरे संवेदक को काम दिया गया है। लेकिन दोनों संस्थाएं दो साल गुजर जाने के बाद अबतक 40 फीसद काम ही हो पाया है। शेष 60 फीसद काम को पूरा करने के लिए मई 2021 तक का समय दिया गया है।
40 फीसद 24 माह में पूरा, 60 फीसद काम के लिए मिले आठ माह : जहां पर 40 फीसद काम को पूरा होने में 24 माह लगता है। वहीं बाकी 60 फीसद काम 8 कैसे पूरा होगा, यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। पानपोष से बीरमित्रपुर तक लगभग 30 किमी व पानपोष से बारकोट तक 100 किमी का काम तेज रफ्तार में चलने की बात एनएच की ओर से कही जा रही है। लेकिन यह सत्य है कि वेदव्यास से बीरमित्रपुर तक जिस रफ्तार में काम होना था वह उस रफ्तार में नहीं हो रहा है। पानपोष से रंगीला चौक तक 7 किमी तक सड़क के विस्तार की गति धीमी है। देवगांव गांधी कॉलेज के पास निर्माण का काम चल रहा है, लेकिन इसके आगे का काम रुका हुआ है। पानपोष से बीरमित्रपुर तक विस्तार व निर्माण का कार्य भी मंथर गति से चल रहा है। लाठीकटा से राजामुंडा व राजामुंडा से बारकोट सड़क की स्थिति पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। सालों से इस मार्ग पर हजारों लोग आना जाना करते है।
2017 में एनएच के विस्तार का किया गया था शिलान्यास : 21 जुलाई 2017 को परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने दूसरे ब्राह्मणी ब्रिज व बीरमित्रपुर बारकोट 130 किमी एनएच को फोरलेन का शिलान्यास किया था। एनएच के विस्तार पर 1000 करोड़ रुपये खर्च होना है। दिसंबर 2018 में सड़क के विस्तार का काम शुरू हुआ था।
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कोट
निर्धारित समय पर काम पूरा करने के लिए दोनों संस्थाओं को कहा गया है। उम्मीद है कि तय समय पर काम को पूरा कर लिया जाएगा।
सौरभ चौरसिया, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ