जनजाति वर्ग की अनदेखी कर रही ओडिशा सरकार : नेताम
केंद्र सरकार ने जनजाति वर्ग के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। मगर विभिन्न राज्यों मे भाजपा की सरकार ने होने से वहां की सरकारें या तो योजनाओं का सही लाभ जनजाति वर्ग के लोगों को नहीं दे रही है या फिर केंद्रीय योजनाओं को अपना बताकर जनता को गुमराह किया जा रहा हे।
जेएनएन, पुरी : केंद्र सरकार ने जनजाति वर्ग के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। मगर विभिन्न राज्यों में भाजपा की सरकार न होने से वहां की सरकारें या तो योजनाओं का सही लाभ जनजाति वर्ग के लोगों को नहीं दे रही हैं या फिर उन योजनाओं को अपनी योजना बताकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। यह बात भाजपा अनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम विचार नेताम ने शनिवार को पुरी में मोर्चा के दो दिवसीय राष्ट्रीय महाधिवेशन का शुभारंभ करते हुए कही।
कहा कि आदिवासी बच्चों के बेहतर शिक्षा के लिए केंद्र सरकार एकलव्य आवासीय विद्यालय खोल रही है लेकिन ओडिशा की सरकार पिछले 19 साल सत्ता में रहने के बावजूद सड़क, चिकित्सा सेवा जनजातीय इलाकों में नहीं पहुंचा पायी है जो दुख का विषय है।
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि उज्जवला से लेकर अब तक कई योजना केंद्र सरकार चला रही है, इसकी जानकारी जन-जन तक पहुंचानी चाहिए। जनजातियों के विकास के लिए केंद्र सरकार, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खजाना खोल रखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री को विकास पुरुष बताते हुए केंद्रीय योजनाएं के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। केंद्रीय जनजातीय मंत्री जुएल ओराम, राज्य भाजपा के प्रभारी अरुण ¨सह, प्रदेश अध्यक्ष बसंत पंडा, गिरिधर गमांग आदि ने केंद्र सरकार की योजनाओं को जनहितकारी बताते हुए मोदी राज में सबका साथ, सबका विकास होने की बात कही।
दो दिवसीय इस महाधिवेशन में झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, हिमांचल, त्रिपुरा, असम, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों के पांच हजार से अधिक जनजाति नेता, मंत्री, विधायक एवं प्रतिनिधि भाग लेकर केंद्र सरकार द्वारा समुदाय के लिए किए गए विकास पर चर्चा करने के साथ भाजपा को पुन: सत्ता में लाने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। समापन समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आने को लेकर नेताओं में जबर्दस्त उत्साह है। भाजपा नेताओं ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में 1 लाख से अधिक आदिवासी भाग लेंगे।