Electoral Violence: ओडिशा के ब्रह्मागिरी में चुनावी हिंसा में छह लोग घायल, बिंझारपुर में वोट नहीं देने पर विधायक ने चेताया
Electoral Violence ओडिशा में पंचायत चुनाव के बीच ब्रह्मगिरी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव से पहले हिंसा की एक घटना सामने आई है। दो राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष में एक महिला समेत छह लोग घायल हो गए हैं।
पुरी, जागरण संवाददाता। ओडिशा में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पूरे राज्य में चल रहे प्रचार-प्रसार के बीच ब्रह्मगिरी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव से पहले हिंसा की एक घटना सामने आई है। दो राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष में एक महिला समेत छह लोग घायल हो गए हैं। सभी घायलों को स्थानीय रेवला नुआगां सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। घटना ब्रह्मागिरी ब्लाक मणपड़ा पंचायत अंतर्गत दंडुआसीपड़ा गांव की है। बुधवार की रात एक पार्टी के नेता दंडुआसीपड़ा गांव में चुनाव प्रचार कर रहे थे। इस बीच एक महिला संबंधित नेता पूछ बैठी कि दो साल पहले उसका घर जल गया था, जिसे बनाने का आश्वासन आपने दिया था, परंतु बात हवा-हवाई साबित हुई। थोड़ी देर की बहस के बाद सभी चले गए। इसके बाद गुरुवार की सुबह संबंधित दल के लोग लोग महिला के घर पहुंचे और गाली-गलौज करने लगे। इस बीच, महिला के समर्थन में दूसरे दल के समर्थक भी आ धमके। देखते ही देखते दोनों पक्ष में मारपीट शुरू हो गई। फिर ईंट-पत्थर चलने लगे। इसमें एक महिला समेत छह लोग घायल हो गए।
वोट नहीं देने पर विधायक ने चेताया
भुवनेश्वर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीजू जनता दल की बिंझारपुर विधायक प्रमिला मलिक पर मतदाताओं को चेतावनी देने का आरोप सामने आया है। बिंझारपुर ब्लाक अलकुंड पंचायत तथा गांव में गुरुवार को बीजद की चुनावी सभा हो रही थी। इस सभा में अतिथि के तौर पर शामिल क्षेत्रीय विधायक प्रमिला मलिक ने बीजद समर्थित सरपंच पद के उम्मीदवार गणेश साहू के पक्ष में वोट देने को कहा। विधायक ने कहा कि यदि और किसी को वोट दिए तो वृद्धा भत्ता, राशन व आवास योजना में घर के लिए मुझसे मत कहना। विधायक के इस वक्तव्य को लेकर विपक्षी सत्तारूढ़ बीजद पर मुखर हो गए हैं। उनका कहना है शासक दल मतदाताओं को धमका कर अपने उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान कराने की कोशिश कर रहा है।