उद्योग के लिए संभावनाओं को नगर है झारसुगुड़ा
देश में झारसुगुडा़ शिल्प समृद्ध व विकासशील जिला के रूप में परिचित है। यहां कई कारखानों की स्थापना होने के साथ कच्चा माल भी उपलब्ध है।
संसू, झारसुगुडा़ : देश में झारसुगुड़ा शिल्प समृद्ध व विकासशील जिला के रूप में परिचित है। यहां कई कारखानों की स्थापना होने के साथ कच्चा माल भी उपलब्ध है। यहां शिल्प अनुकूल परिवेश के कारण आगामी दिनों में और बड़े उद्योग की स्थापना होने की संभावना है। शिल्प विकास के कारण आज झारसुगुड़ा संभावनाओं का शहर बन गया है। ये बातें राज्य के श्रम मंत्री सुशांत सिंह ने वेदांत लिमिटेड, भुरकामुंडा में आयोजित सेफ्टी कॉनक्लेव मीट- 2019 में कही।
श्रम मंत्री सिंह ने कहा कि कार्य क्षेत्र में सुरक्षा हर श्रमिक का जन्मसिद्ध अधिकार है। बिना सुरक्षा के कोई भी श्रमिकों से काम नही करा सकता। श्रमिक भी बिना सुरक्षा के काम करने से मना कर सकता है। श्रममंत्री ने कारखाना में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संचालकों को विशेष ध्यान देने को कहा। दुर्घटना को रोकने के लिए कंपनियों को विभिन्न कदम उठाने व सरकार के नियमानुसार काम करने का परामर्श दिया। वेदांत के सीईओ सीएन सिंह ने कहा की कंपनी श्रमिकों की सुरक्षा के लिए हमेशा से तरजीत देती आयी है।
इस अवसर पर श्रम मंत्री ने श्रमिकों की सुरक्षा से जुड़े एक मोबाइल एप का भी शुभारंभ किया। कारखाना में दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से वेदांत की सेफ्टी टीम व आइटी अधिकारियों ने इस एप को तैयार किया है। इसके बाद सुरक्षा के क्षेत्र मे विशेष योगदान करने वाले 15 श्रमिकों को श्रम मंत्री ने पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में उपजिलाधीश शिव टोप्पो, संबलपुर डिवीजन के फैक्ट्री एंड ब्रायलर के उपनिदेशक स्वरुप जेना, सहायक निदेशक फैक्ट्री एंड ब्रायलर झारसुगुड़ा अनिल कुमार नंद, संबलपुर जोन-1 पुष्पमित्र जेना प्रमुख शामिल थे।