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एमसीएल में कार्यरत हिमाचल प्रदेश के ठेकाकर्मी ने की खुदकशी

महानदी कोल फील्डस लिमिटेड (एमसीएल) की ईब घाटी क्षेत्र की समलेश्वरी खुली खदान में नियोजित डीवीएल ठेका कंपनी में वॉल्वो ड्राइवर के पद पर कार्यरत 34 वर्षीय राकेश कुमार ने शनिवार की सुबह फांसी लगाकर खुदकशी कर ली।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 11:30 PM (IST)Updated: Sun, 05 Apr 2020 06:11 AM (IST)
एमसीएल में कार्यरत हिमाचल प्रदेश के ठेकाकर्मी ने की खुदकशी
एमसीएल में कार्यरत हिमाचल प्रदेश के ठेकाकर्मी ने की खुदकशी

संसू, ब्रजराजनगर : महानदी कोल फील्डस लिमिटेड (एमसीएल) की ईब घाटी क्षेत्र की समलेश्वरी खुली खदान में नियोजित डीवीएल ठेका कंपनी में वॉल्वो ड्राइवर के पद पर कार्यरत 34 वर्षीय राकेश कुमार ने शनिवार की सुबह फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। वह खदान परिसर स्थित कैंप के कमरा संख्या 55 में अपने गमछे के फंदे में पंखे से झूलता हुआ पाया गया। जब काफी समय तक वह कमरे से बाहर नही निकला तो सहकर्मियों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा। उसे अविलंब बेलपहाड़ स्थित टीआरएल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के चिकिरी गांव के निवासी राकेश ने सात दिन पूर्व पेट में तकलीफ की वजह से टीआरएल अस्पताल की सेवा ली थी। लेकिन आराम नही मिलने पर उसे एमसीएल के केंद्रीय अस्पताल, मंडलिया एवं बाद में झारसुगुड़ा के संजीवनी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। किडनी रोग से पीड़ित होने की बात उसने अपने साथियों को बताई थी। शनिवार को उसने मोबाइल से अपने छोटे भाई से बात करते हुए कहा था कि लॉक डाउन हटने के बाद वह गांव आएगा। रामपुर चौकी प्रभारी हरि शंकर भैंसा ने शव को जप्त कर पोस्टमार्टम के लिए झारसुगुड़ा भेजा तथा अस्वभाविक मौत का मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी रखी है।

डालमिया विद्या मंदिर, राजगांगपुर ने शुरू की ऑनलाइन क्लास

कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉक डाउन में तमाम स्कूल-कॉलेज बंद होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसे ध्यान में रखते हुए डालमिया विद्या मंदिर, राजगांगपुर के प्राचार्य डॉ. राघवेन्द्र द्विवेदी ने आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए स्कूल के सभी छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाने का बीड़ा उठाया है। सभी बच्चों को व्हाटसएप के माध्यम से कक्षा वाइस शिक्षकों के जरिये प्रतिदिन 4 से 5 घंटे की पढ़ाई कराई जा रही है। प्राचार्य की इस इनोवेटिव जूम एप के शिक्षण पद्धति पर अभिभावकों ने खुशी जाहिर की है। छात्र भी अपने अभिभावकों के साथ मोबाइल के माध्यम से पढ़ते हुए प्रतिदिन अपना होमवर्क करते हैं। शिक्षकों से उसका हल भी पूछते हैं। विद्यालय के सभी शिक्षक स्वयं का लेक्चर वीडियो बनाकर विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं। प्राचार्य द्विवेदी ने बताया कि वर्तमान समय की मांग के अनुसार यह व्यवस्था की गई है। स्कूल की इस पहल का अभिभावक मनाली महापात्र ने प्रशंसा करते हुए कहा कि शिक्षकों का छात्रों के प्रति समर्पण ही डालमिया विद्या मंदिर की पहचान है। ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होने से अन्य अभिभावकों ने भी संतोष जताते हुए इसे जारी रखने की गुजारिश की है। विद्यालय की सीईओ डॉ. रोसीटा विलियम्स ने संतोष व्यक्त करते हुए शिक्षा मूल्यों को डालमिया समूह का अधर स्तंभ बनाने की पहल पर जोर देने को कहा है।


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