असरदार रहा बेलपहाड़वासियों का रेल चक्का जाम
बेलपहाड़ नागरिक मंच की ओर से अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को आहूत रेल रोको आंदोलन असरदार रहा।
संवाद सूत्र, बेलपहाड़ : बेलपहाड़ नागरिक मंच की ओर से अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को आहूत रेल चक्का जाम आंदोलन असरदार रहा। सुबह से शुरू हुए इस आंदोलन के कारण हावड़ा-मुंबई मार्ग पर बेलपहाड़ से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनें यहां-वहां घंटों खड़ी रहीं जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। झारसुगुड़ा के जिलाधीश विभूति भूषण पटनायक द्वारा मंच की मांगों को लेकर बिलासपुर रेल मंडल प्रबंधक से बातचीत कर समुचित कदम उठाए जाने का आश्वासन मिलने के बाद आंदोलनकारी पटरी से हटे। तब जाकर दोपहर बाद दो बजे इस रूट पर रेल यातायात शुरू हो सका। इस वजह से कई ट्रेनें घंटों विलंबित चलीं। मंच की मांगों को लेकर जिलाधीश विभूतिभूषण पटनायक ने गुरुवार को भी बिलासपुर रेलवे के आला अधिकारियों से बातचीत की थी लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इस पर शुक्रवार को सुबह से ही मंच के बैनर तले सैकड़ों बेलपहाड़वासी स्टेशन पर आ धमके और हावड़ा-मुंबई मेन लाइन पर चलने वाली ट्रेनों को रोकने के साथ मालगाड़ियों का भी चक्का जाम कर दिया। इससे कई ट्रेनें यहां-वहां खड़ी रहीं।
अधिकारियों की भी नहीं सुनी : हावड़ा-मुंबई मार्ग पर यहां-वहां ट्रेनें रुक जाने से रेल प्रशासन समेत पुलिस की नींद उड़ गई। आनन-फानन में सीनियर डीसीएम विकास कश्यप, एआरएम आर शर्मा, आरपीएफ के अधिकारी वीपी पंडित, ब्रजराजनगर एसडीपीओ रामप्रसाद साहू आदि मौके पर पहुंचे तथा आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। आंदोलनकारी अपनी मांग पर अड़े रहे।
मुख्य सचिव को करना पड़ा हस्तक्षेप
दोपहर दो बजे तक आंदोलन जारी रहने की खबर से शासन स्तर पर भी हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पाढ़ी ने तत्काल हस्तक्षेप करते हुए जिलाधीश को बातचीत कर आंदोलन समाप्त कराने का निर्देश दिया। इसके बाद जिलाधीश ने बिलासपुर के डीआरएम व महाप्रबंधक से बात की और आंदोलनाकारियों को बताया गया कि बिलासपुर रेल प्रशासन मंच प्रतिनिधियों से वार्ता करने को तैयार है और 29 नवंबर को बातचीत के लिए बुलाया है। इसके बाद मंच ने आंदोलन 29 नवंबर तक के लिए स्थगित रखने की घोषणा की।
घंटों खड़ी रहीं कई ट्रेनें : रेल रोको आंदोलन को लेकर हावड़ा-मुंबई मार्ग पर कई ट्रेनों को रोकना पड़ा। इनमें नागपुर -टिटिलागढ़ पैसेंजर ट्रेन हेमगिर स्टेशन में दोपहर 1.25 बजे से 2.40 बजे तक, साउथ बिहार एक्सप्रेस रायगढ़ स्टेशन में दोपहर 1.15 बजे से 2.28 बजे तक, इतवारी पैसेंजर किरोड़ीमल नगर में 01.26 बजे से 02.35 बजे तक तथा बिलासपुर में उत्कल एक्सप्रेस सुबह 11.10 बजे से दोपहर के 1.02 बजे तक खड़ी रही।
बेलपहाड़ नागरिक मंच की मांगे : बिलासपुर रेल मंडल में आने वाले ओडिशा के सभी स्टेशनों को संबलपुर या चक्रधरपुर रेल मंडल में शामिल करने, बेलपहाड़ स्टेशन में पर्याप्त यात्री सुविधा देने,बेलपहाड़ को मॉडल स्टेशन बनाने, बेलपहाड में साउथ बिहार समेत अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव आदि शामिल हैं।
इन्होंने किया आंदोलन का नेतृत्व :
मंच के अध्यक्ष प्रचंड जायसवाल, सचिव श्याम शतपथी, नगरपाल परशुराम साहू, पूर्व नगरपाल कैलाश नायक, प्रमोद सेनापति, मो. आरिफ, विश्वनाथ नायक, रमेश त्रिपाठी, त्रिनाथ ग्वाल, पारस जायसवाल, शेखर गोयनका की अगुवाई में हुए इस आंदोलन में बड़ी संख्या में स्थानीय महिला व पुरुष शामिल रहे।