ब्रजराजनगर में ओपीएम शीघ्र लगाए क्लोरा अलकाली प्लांट मुख्य सचिव
कोविड महामारी के दौरान राज्य सरकार ने 30 अप्रैल 2021 को प्रदेश में नौ नए उद्योग लगाने की मंजूरी दी थी। इन प्रस्तावित उद्योगों में ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज द्वारा ब्रजराजनगर में 162 करोड़ की लागत से क्लोरो अलकाली कांप्लेक्स लगाना भी शामिल था।
संसू, ब्रजराजनगर : कोविड महामारी के दौरान राज्य सरकार ने 30 अप्रैल 2021 को प्रदेश में नौ नए उद्योग लगाने की मंजूरी दी थी। इन प्रस्तावित उद्योगों में ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज द्वारा ब्रजराजनगर में 162 करोड़ की लागत से क्लोरो अलकाली कांप्लेक्स लगाना भी शामिल था। इस कारखाना के लिए ओपीएम द्वारा 2019-20 में राज्य सरकार को प्रस्ताव दिया गया था। इस प्रस्तावित प्लांट की मौजूदा स्थिति जानने के लिए शुक्रवार को वर्चुअल मोड पर समीक्षा बैठक की गई। उद्योग विभाग के मुख्य सचिव हेमंत शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में इपीकॉल सहित अन्य उच्चाधिकारी भी शामिल हुए । दूसरी तरफ, ओपीएम की ओर से आरसी मल्ल, उपाध्यक्ष आइसी जैन व फैक्ट्री प्रबंधक गिरीश पाढ़ी इत्यादि में शामिल हुए। ओपीएम द्वारा नई औद्योगिक इकाई को शुरू करने में आ रही दिक्कतों का जिक्र किए जाने पर मुख्य सचिव ने कहा कि नया प्लांट शीघ्र शुरू कीजिए। सारी दिक्कतें धीरे-धीरे दूर हो जाएंगी। ज्ञात हो कि ओरिएंट पेपर मिल के 1999 में बंद हो जाने के बाद इस शहर का आर्थिक मेरुदंड टूट गया था। इसे पुन: चालू करने के लिए अनेकों बार नगरवासियों द्वारा आंदोलनात्मक रूख भी अपनाया गया। इसी वर्ष 18 जनवरी को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्य सरकार के श्रम, उद्योग, नगर विकास, इपीकॉल, वन, पर्यावरण, वित्त तथा ईएसआइ विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए थे। पहले ब्रजराजनगर में सीमेंट कारखाना लगाने का निर्णय हुआ था, लेकिन कच्चा माल मिलने की तकलीफों को ध्यान में रखकर बाद में यहां पर क्लोरा अलकाली अर्थात कास्टिक सोडा प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया। ओपीएम द्वारा इसके लिए 162 करोड़ प्राथमिक स्तर पर खर्च करने तथा प्रथम चरण में 340 लोगों को नौकरी देने की बात कही गई थी। साथ ही परोक्ष रूप से 720 लोगों को नियुक्ति का लाभ मिलने की बात भी कही गई है। बाद में यहां की पेपर मिल को पुन: उत्पादन क्षम करने का प्रयास करने की बात कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कही है।