बुल्ली बाई एप मामले में एमबीए छात्र गिरफ्तार
नए वर्ष 2022 में काफी चर्चा में आया विवादास्पद बुल्ली बाई एप मामले में अब ओडिशा लिक भी सामने आ गया है। इस मामले में गुरुवार को मुंबई पुलिस ने झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर के ईब पीठ इलाके के एक एमबीए छात्र नीरज सिंह को गिरफ्तार करके रिमांड पर अपने साथ मुंबई ले गई है।
संसू, ब्रजराजनगर : नए वर्ष 2022 में काफी चर्चा में आया विवादास्पद 'बुल्ली बाई' एप मामले में अब ओडिशा लिक भी सामने आ गया है। इस मामले में गुरुवार को मुंबई पुलिस ने झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर के ईब पीठ इलाके के एक एमबीए छात्र नीरज सिंह को गिरफ्तार करके रिमांड पर अपने साथ मुंबई ले गई है। ब्रजराजनगर के नीरज को मिलाकर अब तक इस मामले में कुल पांच लोगों गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले के मुख्य सरगना असम के नीरज बिश्नोई को छह जनवरी को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ। वह बीटेक का द्वितीय वर्ष का छात्र है तथा उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने मामले के अन्य आरोपी विशाल झा, स्वेता सिंह तथा मयंक रावत को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की तरह मुंबई पुलिस ने भी मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए अपनी जांच जारी रखी है। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के साइबर सेल के अधिकारियों ने बुल्ली बाई एप में अहम भूमिका निभाने के आरोप में नीरज सिंह की खोजबीन शुरू की थी एवं गुरुवार को तड़के ब्रजराजनगर पुलिस की सहायता से नगर के ईब पीठ इलाके से नीरज को दबोच लिया । दबिश देने के मामले को इतना गुप्त रखा गया कि किसी को खबर तक नहीं हुई। नीरज एमबीए का छात्र था तथा नोएडा की जोमैटो कंपनी में काम करता था तथा कोविड में लाकडाउन लगने के बाद वह नौकरी छोड़कर ब्रजराजनगर आ गया था। बाद में ट्वीटर के माध्यम से उसकी जान पहचान एक युवक से हुई तथा उसी के माध्यम से वह बुल्ली बाई एप से जुड़ा । इस एप का एक सदस्य होने के चलते मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा ने उसे दबोचा है। जिला पुलिस अधीक्षक विकास चंद्र दास ने बताया कि मुम्बई पुलिस के साइबर सेल द्वारा दबोचे गए ब्रजराजनगर के नीरज सिंह को गुरुवार को झारसुगुड़ा के एसडीजेएम की अदालत में हाजिर करने के उपरांत कोर्ट ने उसे छह दिन की रिमांड पर मुम्बई पुलिस को सौंप दिया है। मिली जानकारी के अनुसार 'बुल्ली बाई' एप में कुछ प्रभावशाली महिलाओं विशेषकर मुस्लिम समाज की महिलाओं का फोटो डाउनलोड करके उनकी आनलाइन नीलामी प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है। साइबर अपराधियों द्वारा इंटरनेट के माध्यम से लोकप्रिय महिलाओं, सेलेब्रिटी•ा, पत्रकारों इत्यादि की फोटो एवं उनसे जुड़ी जानकारियां हासिल करके बिना उनकी अनुमति लिए अपलोड किया गया था। इनको ठगने तथा मोटी रकम ऐंठने के उद्देश्य से इस एप को बनाने की जानकारी मिली है। नए साल के पहले दिन ही इस एप का पर्दाफाश हुआ जब अनेक पोस्ट सोशल मीडिया में छा गए एवं इसको महिलाओं के अपमान के रूप में देखा गया। दूसरी तरफ एक महिला पत्रकार ने जब अपनी तस्वीर इस एप पर देखा तो वह चकित हो गई तथा उसने इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने की मांग केंद्रीय गृह मंत्री तथा आई टी मंत्रालय से की। मंत्रालयों के निर्देश के उपरांत सीईआरटी अर्थात कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पांन्स टीम द्वारा आवश्यक जांच के उपरांत दिल्ली पुलिस द्वारा इस एप्प के मास्टरमाइंड नीरज बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया था। बाद में दिल्ली तथा मुम्बई पुलिस द्वारा अन्य आरोपियों को भी देश के विभिन्न हिस्सों से दबोचा जा रहा है ।