लखनपुर को अनुमंडल बनाने के लिए ग्रामीणों का जिलाधीश कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन
लखनपुर ब्लॉक राज्य का सबसे बड़ा ब्लॉक है जिसमें 33 पंचायत हैं। बड़ा ब्लॉक होने से यहां के लोगों को प्रशासनिक सुविधा के साथ सर्वनिम्न सुविधा तक मिल पाती है। इसको लेकर गत 1985 से प्रखंड के लोग प्रखंड का विभाजन करने के साथ एक अलग सबडिवीजन बनाने कि मांग करते आ रहे हैं।
संसू, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा जिले के लखनपुर ब्लॉक का विभाजन कर इसे सब डिवीजन बनाने की मांग को लेकर लखनपुर ब्लाक के लोगों ने जिलाधीश कार्यालय के समक्ष आंदोलन किया। विदित हो कि लखनपुर ब्लॉक राज्य का सबसे बड़ा ब्लॉक है जिसमें 33 पंचायत हैं। बड़ा ब्लॉक होने से यहां के लोगों को प्रशासनिक सुविधा के साथ सर्वनिम्न सुविधा तक मिल पाती है। इसको लेकर गत 1985 से प्रखंड के लोग प्रखंड का विभाजन करने के साथ एक अलग सबडिवीजन बनाने कि मांग करते आ रहे हैं। राजनीति से ऊपर उठ कर ब्लाक के लोगों ने दो माह पहले लखनपुर ब्लाक आफिस के सामने पांच दिन का धरना देने के साथ आंदोलन किया था। इस पर कोई सुनवाई नहीं होने के बाद ब्लाक के लोगों ने गुरुवार को जिलाधीश कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय आंदोलन किया। जिसमें विभिन्न संगठनों के साथ-साथ कांग्रेस, बीजद, भाजपा कम्युनिस्ट पार्टी सहित सभी दल के प्रतिनिधियों ने समर्थन दिया। जिला स्तरीय बाल संपर्क यात्रा व पृष्ठपोषक सहायता शिविर आयोजित
संवाद सूत्र, ब्रजराजनगर : गुरुवार को झारसुगुड़ा जिला के डीसीपीयू कार्यालय में बाल कल्याण समिति द्वारा शिशु संपर्क यात्रा के तहत पृष्ठपोषक सहायता सचेतनता शिविर लगाया गया। शिविर में आये लोगों का शिशु सुरक्षा अधिकारी प्रियंका सामल ने अतिथियों का स्वागत किया तथा जिला बाल सुरक्षा अधिकारी सुनंद महाराणा ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण की सचिव जानकी बिश्वाल तथा सम्मानित अतिथि जिला समाज कल्याण अधिकारी सुप्रभा सेठ, बाल कल्याण कमेटी की अध्यक्ष आनंदिनी पाढ़ी, सदस्य ममता त्रिपाठी, अहिल्या नायक तथा गुणनिधि भैंसा ने निभाया । वक्ताओं ने शिशुओं के अधिकारों तथा पृष्ठपोषक सहायता योजना के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला । इस अवसर पर शिशुओं की सुरक्षा के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए अतिथियों द्वारा चाइल्ड लाइन तथा जिला शिशु सुरक्षा यूनिट को सम्मानित किया गया । अब तक जिले में अवहेलना के शिकार 74 बच्चों को पृष्ठपोषक सहायता प्रदान किए जाने की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में पृष्ठपोषक सहायता पाने वाले शिशु एवं उनके अभिभावक भी शामिल हुए। चाइल्ड लाइन के केंद्र संयोजक आशीष कुमार पंडा तथा डीसीपीयू के समीर कुमार मिश्र ने कार्यक्रम के आयोजन में आवश्यक सहायता प्रदान की।