श्रमिक समस्याओं को लेकर वर्कर्स यूनियन मुखर
श्रमिक संगठन सीटू से संबंध ओडिशा कोल फील्ड वर्कर्स यूनियन की शनिवार की शाम एक बैठक हुई।
संसू, ब्रजराजनगर : सीटू से संबद्ध ओडिशा कोल फील्ड वर्कर्स यूनियन ने शनिवार को कल्याण मंडप, बंधबहाल में बैठक कर श्रमिक समस्याओं पर चर्चा करते हुए समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। बैठक में संगठन के महासचिव जेनिथ समद, संयुक्त सचिव जितेंद्र मेहर, मदन मेहर, सूरत बाग, अजय पटेल, संजय बा़ग, वरुण कालो, राजेश खेस, नरसिंह मेहर, हृषिकेश पुजारी, जितेंद्र मिर्धा, गौतम खरसेल, रवि किसान, प्रमोद सेठ, निमाई मेहर, आनंद खड़िया केशव हाती प्रमुख शामिल थे। बताया कि लखनपुर थाने में दर्ज की गई शिकायत में आठ 8 अगस्त को लखनपुर कोयला खदान में नियोजित ठेका संस्था वीएफपीएल के अधीन कार्यरत चालक, खलासी, सुपरवाइजर ने ए शिफ्ट में काम किया था। लेकिन बी शिफ्ट में दूरदराज से आए मजदूरों को यह कहकर काम से मना कर दिया गया कि अब काम बंद हो गया है। कंपनी के अधिकारियों ने नो वर्क नो पे का हवाला देकर 12 घंटे काम नहीं करने पर उन्हें काम से निकाले जाने की बात कही। प्रबंधन ने समस्या का समाधान करने का प्रयास करने की बजाय मामले की शिकायत लखनपुर थाने में दर्ज करा देने से श्रमिकों में असंतोष है।
उल्लेखनीय है कि 10 जून को मजदूरों द्वारा काम बंद करके एमसीएल के लखनपुर खदान के परियोजना अधिकारी के कार्यालय के समक्ष अपनी मांगों के समर्थन में धरना दिया गया था। कंपनी प्रबंधन द्वारा समस्याओं के समाधान का आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ था। उसी दिन रूंगटा ठेका कंपनी के अधीन कार्यरत वीएफपीएल कंपनी में 39 श्रमिक कार्यरत हैं। कंपनी में टेंडर की अवधि समाप्त होने के नाम पर उनकी छंटनी कर गई। इससे भी श्रमिकों में असंतोष व्याप्त है। दूसरी तरफ कंपनी द्वारा 50 नए श्रमिकों की भर्ती किया श्रमिकों को नागवार गुजरा है। संगठन की ओर से छंटनी किए गए सभी श्रमिकों को फिर से नौकरी देने, श्रमिकों से 8 घंटा काम लेने, टेंडर की अवधि समाप्त होने से पूर्व नियोजित श्रमिकों को पुन: नियुक्त किए जाने की मांग की गई है। एमसीएल प्रबंधन तथा नियोजित ठेका कंपनियों से आग्रह किया गया है कि श्रमिकों की समस्याओं का शीघ्र समाधान करें वरना आगामी दिनों में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।