भाजपा का दामन थाम सकते हैं महेंद्र नायक
BJP. ओडिशा में तेजी से बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच आदिवासी नेता महेंद्र नायक के नाम की चर्चा राजनीतिक गलियारे में सुर्ख है।
संवाद सूत्र, झारसुगुड़ा : जनपद में तेजी से बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच आदिवासी नेता महेंद्र नायक के नाम की चर्चा राजनीतिक गलियारे में सुर्ख है। पूर्व विधायक नवकिशोर दास ने बीजू जनता दल (बीजद) का दामन थमने के बाद बदले सियासी समीकरण में आदिवासी नेता महेंद्र नायक का बीजद से मोह भंग होने की चर्चा आम है। इसी बीच बीते शुक्रवार को सरस्वती शिशु मंदिर, बेलपहाड़ के वाषिर्कोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम से नायक की मुलाकात से कयास लगाया जा रहा है कि वे आनेवाले दिनों में भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
बताया जाता है कि शिशु मंदिर परिसर में केंद्रीय मंत्री से हुई इस मुलाकात में जुएल ने महेंद्र नायक की लाइकेरा व किरमिरा ब्लॉक को आदिवासी अधिसूचित अंचल की मान्यता प्रदान करने की मांग को भी तरजीह देते हुए प्रभावी पहल करने का भरोसा दिया है। इसे आदिवासी नेता की भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के रूप में देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि आदिवासी नेता महेंद्र नायक कुछ महीनों पूर्व झारसुगुड़ा विधानसभा से बीजद टिकट के दावेदारों में एक थे। राजनीति में करियर शुरू करने को लेकर वे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति भी ले चुके हैं। बीते साल 21 दिसंबर को करुणाकर शहीद समारोह में उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को बुलाकर अंचल में अपनी पकड़ भी दिखायी थी।
इसी बीच पूर्व विधायक नवदास ने बीजद का दामन थामने से झारसुगुड़ा विधानसभा सीट से टिकट पर संशय खड़ा हो गया। ऐसे में नायक के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। सरस्वती शिशु मंदिर के वाषिर्कोत्सव में केंद्रीय मंत्री जुएल से उनकी मुलाकात को इस कयास से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि इस बारे में आदिवासी नेता नायक का जवाब था कि वे अभी भाजपा मे शामिल नहीं हुए हैं लेकिन उन्होंने संभावना से इनकार भी नहीं किया।