झारसुगुड़ा एयरपोर्ट का लोकार्पण ऐतिहासिक कदम
झारसुगुड़ा में दूसरे विश्वयुद्ध के समय निर्मित विमानतल के पुन: निर्माण के ब
संसू, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा में दूसरे विश्वयुद्ध के समय निर्मित विमानतल के पुन: निर्माण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इसका लोकार्पण किया। इसे लेकर राजनीतिक व विभिन्न सामाजिक संगठनों में हर्ष का माहौल है। इनका कहना है कि झारसुगुड़ा एयरपोर्ट का लोकार्पण होने से न सिर्फ झारसुगुड़ा बल्कि पश्चिम ओडिशा व पूरे देश के लोग उत्साहित है। झारसुगुड़ा में बड़ी संख्या में कल-कारखाने हैं जिससे इस एयरपोर्ट की सुविधा का लाभ मिलेगा तथा पश्चिम ओडिशा में व्यवसाय, पर्यटन का विकास होगा। वहीं झारसुगुड़ा विमानतल का नामकरण वीर शहीद सुरेंद्र साय के नाम से किए जाने से लोगों की वर्षा पुरानी मांग भी पूरी हो गई है। यह एयरपोर्ट पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ व झारखंड के लिए सेतु का काम करेगा।
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एयरपोर्ट के लोकार्पण से पश्चिम ओडिशा में व्यवसाय, पर्यटन का विकास होगा। जिले में बड़ी संख्या में शिल्प संस्था व पर्यटन केंद्र है। आगामी दिनों में यह एयरपोर्ट पश्चिम ओडिशा सहित पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए एक सेतु का काम करेगा।
- ऊषा पाढ़ी, राज्य सहसचिव, बेसामरिक विमानन मंत्रालय
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ओडिशा के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा। झारसुगुड़ा विमानतल का नाम वीर शहीद सुरेंद्र साय के नाम से उद्घाटित हुआ। इससे लोगों की बहुत दिनों की मांग भी पूरी हुई। आगामी दिनों में यहां से प्रमुख शहरों के लिए सीधी उड़ान सेवा शुरू होगी।
- डॉ. प्रभाष ¨सह, सांसद, बरगढ़
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एयरपोर्ट उद्घाटन के लिए केंद्र व राज्य सरकार को धन्यवाद देता हूं। निर्माण कार्य वर्ष 2011 में शुरू हुआ था जो 2018 में पूरा हुआ और इसका नाम वीर सुरेंद्र साय के नाम पर करने के लिए पश्चिम ओडिशा की ओर से प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं।
- नवकिशोर दास, विधायक, झारसुगुड़ा
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वीर सुरेंद्र साय विमानतल का उद्घाटन पश्चिम ओडिशा के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। पश्चिम ओडिशा की शिल्प संस्था, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, दक्षता विकास, व्यवसायिक, ज्ञान कौशल के आदान-प्रदान में भी यह सहायक होगा।
- अभिजीत पति, सीईओ, वेदांत लिमिटेड़।
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वीर सुरेंद्र साय विमानतल के उद्घाटन के बाद होटल व्यवसाय में निश्चित रूप से वृद्धि होगी। इससे शिल्पपति, शिल्प संस्था के अधिकारी व व्यवसायियों को नियमित आवागमन व व्यवसाय के संप्रसारण में मदद मिलेगी।
- आशीष पालित, अध्यक्ष, होटल व रेस्टोरेंट संघ
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परिषद की ओर से वर्ष 2004 से झारसुगुड़ा एयरपोर्ट को पुन: कार्यक्षम करने की मांग लगातार की जा रही थी जो शनिवार को पूरी पूरी हुई। यह एयरपोर्ट केवल झारसुगुड़ा या पश्चिम ओडिशा ही नहीं बल्कि देश के प्रमुख शहर से भी आगामी दिनों को जोड़ेगा और इससे झारसुगुड़ा के साथ पश्चिम ओडिशा का भी विकास होगा।
- मनमोहन पांडे, संयोजक, आंचलिक विकास परिषद।