महानदी पर पहला अधिकार हमारा है : जयसिंह अग्रवाल
ओडिशा व छतीसगढ़ राज्य के बीच वर्षो पुराना जो संबंध व भाइ्रचारा है वह छोटे मोटे विवादो से कभी खत्म नही होगा।
संसू, झारसुगुड़ा : ओडिशा व छत्तीसगढ़ राज्य के बीच वर्षो पुराना जो संबंध व भाईचारा है वह छोटे-मोटे विवादों से कभी खत्म नहीं होगा। मिलजुल कर बातचीत से इसका समाधान निकाल लेंगे। यह बात शुक्रवार को भुवनेश्वर से झारसुगुड़ा पहुंचे छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने वीर सुरेंद्र साय विमानतल में पत्रकारों से बातचीत में कही।
दो तीन दिन पहले ही छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा ओडिसा की सीमा में घुसकर एक किसान को गिरफ्तार किए जाने के सवाल पर छग के मंत्री अग्रवाल ने कहा कि इसकी जानकारी मुझे नहीं है। मैं पारिवारिक कार्य से भुवनेश्वर में था। कहा कि हमारी सरकार ने किसानों के लिए धान का मूल्य 1800 व 2600 रुपए रखा है। जो पूरे देश में सबसे अधिक है। और इसी लिए पड़ोसी राज्यों से धान बिक्री के लिए छत्तीसगढ़ आ रहा है। उसे रोकने के लिए सरकार हर कदम उठा रही है। इसमें दलाली होने के सवाल पर मंत्री अग्रवाल ने कहा कि यह जांच का विषय है। और जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। महानदी विवाद के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि नदी छत्तीसगढ़ से निकलती है इसलिए इस पर पहला अधिकार है। हीराकुद जलभंडार की जो क्षमता है पहले उसी से ओडिशा का काम चल जाता था। मगर अब पानी की आवश्यकता बढ गई है। अत: ओडिशा सरकार को पानी के लिए और अधिक संसाधन खोजना होगा। हालांकि सीएबी को लेकर देश में धधक रही ज्वाला के सवाल को मंत्री अग्रवाल टाल गए। कहा कि वे इस संबंध में कुछ नहीं कह पाएंगे जो करना या कहना है वह मुख्यमंत्री ही कहेंगे। अग्रवाल ने कहा कि आज देश में मंदी का दौर है। मगर हमारे मुख्यमंत्री राज्य के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं और इसी का नतीजा है कि छत्तीसगढ़ मे बेरोजगारी बहुत कमी देखी जा रही है। सिंह ने बताया कि छग में अभी नगर पालिका चुनाव है।