अंतरराष्ट्रीय लेखन प्रतियोगिता में डा. स्वर्णमयी पुरोहित को तीसरा स्थान
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अंग्रेजी लेखिका व परिवेशविद् अरुंधति राय की 60वीं जयंती पर हैदराबाद स्थित सरोजनी नायडू वनिता महाविद्यालय की ओर से आयोजित लघु कहानी लेखन प्रतियोगिता में झारसुगुड़ा लक्ष्मी नारायण महाविद्यालय की अंग्रेजी की प्राध्यापिका डा. स्वर्णमयी पुरोहित को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तीसरा पुरस्कार प्रदान किया गया।
संवाद सूत्र, झारसुगुड़ा : अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अंग्रेजी लेखिका व परिवेशविद् अरुंधति राय की 60वीं जयंती पर हैदराबाद स्थित सरोजनी नायडू वनिता महाविद्यालय की ओर से आयोजित लघु कहानी लेखन प्रतियोगिता में झारसुगुड़ा लक्ष्मी नारायण महाविद्यालय की अंग्रेजी की प्राध्यापिका डा. स्वर्णमयी पुरोहित को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तीसरा पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रतियोगिता में विभिन्न देशों के दो सौ से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष आनलाइन शिक्षा पर आयोजित प्रतियोगिता में डा. स्वर्णमयी पुरोहित ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया था। कोलाबीरा में हाथियों का उत्पात, फसलों को पहुंचा रहे नुकसान : कोलाबीरा रेंज में पिछले कुछ दिनों से चार दंतैल हाथी उत्पात मचा रहे हैं। हाथी गांव में प्रवेश कर लोगों के घर तोड़ रहे हैं। फसलों को कुचल कर नुकसान पहुंचा रहे हैं। शुक्रवार की शाम दो दंतैल हाथियों ने रघुनाथपाली पंचायत के पाइकपाड़ा गांव में घुस कर उत्पात मचाया। वन विभाग की टीम के साथ स्थानीय लोगों ने किसी प्रकार सायरन बजा कर व पटाखा फोड़ कर हाथियों को खदेड़ा। हाथियों ने पाईकपाड़ा व चांदनीमाल अंचल के किसानों के खेतों में लगी सब्जी को कुचल कर नष्ट कर दिया। इसके बाद वे महुलमुंडा जंगल की ओर चले गए। देर रात चार दंतैल हाथी महुलमुंडा जकी जंगल से निकल कर भागमुंडा गांव पहुंचे और धनपति महानंदिया व नलिन किसान के घर को क्षतिग्रस्त कर धान चट कर गए। कोलाबीरा व तरईकेला अंचल में कई घरों को तोड़ने के बाद सब्जी की फसल को कुचल कर नष्ट कर दिया। वहीं तेलंगापारा के शिव कुम्हला के दो एकड़ खेत में काट कर रखे गए धान को भी नष्ट कर दिया। कोलाबीरा बस्ती में घुस कर ठेला को तोड़ दिया। वन विभाग के कर्मचारी रात भर हाथी को गांव से खदेड़ने में जुटे रहे। हाथियों के उत्पात से लोगों में भय व्याप्त है। संध्या होते ही लोग घर से बाहर निकलने में डर रहे हैं। अब हाथी बस्ती के अंदर आने लगे हैं। फिर भी वन विभाग के अधिकारी तमाशबीन बने हुए हैं। हाथियों को गांव से दूर खदेड़ने में वन विभाग की टीम असफल है।