ट्रेलर के पहिये के नीचे आकर दिव्यांग कालेज छात्रा की मौत, भाई गंभीर
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-49 पर झारसुगुड़ा व कनकतोरा के बीच सड़क दुर्घटना का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को ट्रेलर से टकराकर बाइक सवार कालेज छात्रा की मौत हो गई।
संसू, ब्रजराजनगर : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-49 पर झारसुगुड़ा व कनकतोरा के बीच सड़क दुर्घटना का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को ट्रेलर से टकराकर बाइक सवार कालेज छात्रा की मौत हो गई। वहीं बाइक चालक मृतका का भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतका छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला के पुशौर थाना अंतर्गत दौड़ाझरिया गांव के पुरुषोत्तम बंजारा की दिव्यांग पुत्री प्रियंका बंजारा (18) थी। वह धन तीन के प्रथम वर्ष की छात्रा थी। वह अपने भाई राजकिशोर के साथ बाइक से परीक्षा देने के लिए बुधवार को कनकतोरा होते हुए छत्तीसगढ़ के महापल्ली जा रही थी। इस क्रम में कुहाकुंडा चौक के समीप झारसुगुड़ा से आ रहे ट्रेलर ने बाइक में टक्कर मार दी। इस घटना में ट्रेलर के पहिये के नीचे दब कर प्रियंका की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि बड़ा भाई राजकिशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्रेलर चालक को स्थानीय लोगों ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया। दुर्घटना की खबर फैलते ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर एकत्रित हो गए और अपनी मांगों के समर्थन मे पथावरोध कर दिया। इनकी मांगें थी कि सड़क को फोरलेन में तब्दील किया जाए। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाए। ट्रेलर चालक की गिरफ्तारी व मृतका के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। काफी समय तक पथावरोध होने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। सूचना पाकर लखनपुर तहसीलदार विश्वक्सेन पांडे, सहायक एमवीआइ, रेंगाली थाना प्रभारी करेसेंसिया सामरिया, लखनपुर थाना प्रभारी दुखिन्द्र साहू, बेलपहाड़ थाना प्रभारी रंजन विस्वाल इत्यादि द्वारा समझाए जाने के बाद दोपहर दो बजे के बाद रास्ता अवरोध समाप्त हुआ। बताया जा रहा है कि मृतका प्रियंका मूक-बधिर होते हुए भी प्रतिभाशाली छात्रा थी। बाधेईमुंडा-बालजोड़ी मार्ग पर नो एंट्री लगाने की मांग : टीम सेव झारसुगुड़ा की ओर से बाधेईमुंडा-बालजोड़ी मार्ग पर स्कूल व ऑफिस के समय भारी वाहनों के आवागमन पर जिलाधीश से नो एंट्री लगाने की मांग की गई है। जिलाधीश को सौंपे गए मांग पत्र में कहा गया है कि संबंधित मार्ग पर काफी संख्या में शिक्षण संस्थान जैसे एनएन कालेज, झारसुगुड़ा इंजीनियरिग स्कूल, घनश्याम हेमलता स्कूल समेत काफी संख्या में सरकारी कार्यालय भी हैं। इसके अलावा जिला अस्पताल व नया बस स्टैंड भी इसी मार्ग पर स्थित है। 24 घंटे भारी वाहनों के आवागमन के कारण बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं। दस वर्षो के अंदर 15 से अधिक लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है, जिसमें विद्यार्थी भी शामिल हैं। भारी वाहनों के आवागमन के कारण ध्वनि व वायु प्रदूषण भी होता है। पिछले तीन वर्षो के अंदर सेव झारसुगुड़ा टीम की ओर से कई बार संबंधित मार्ग पर नो एंट्री लगाने की मांग की गई है। जिलाधीश को इस संबंध में मांग पत्र भी सौंपा गया, परंतु इस दिशा में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। सेव इंडिया की ओर से पुन: सुबह सात से शाम पांच बजे तक संबंधित मार्ग पर नो एंट्री लगाने की मांग की गई है।