कंस के मरते ही झूम उठी मथुरा नगरी
बंधबहाल में पिछले सात दिनों से जारी आंचलिक धनुयात्रा का शुक्रवार शाम को महाराज कंस वध के साथ समापन हो गया।
संवाद सूत्र, ब्रजराजनगर : बंधबहाल में पिछले सात दिनों से जारी आंचलिक धनुयात्रा का शुक्रवार शाम को महाराज कंस वध के साथ समापन हो गया। धनुयात्रा के अंतिम दिन महाराज कंस के रंग महल में अक्रूर द्वारा कृष्ण एवं बलराम को गोकुल से लाने के क्रम में मथुरा के लोगों का भावुक होना, कृष्ण द्वारा कुब्जा का उद्धार, मल्ल योद्धाओं को धराशायी करने के उपरांत श्री कृष्ण द्वारा कंस का वध करना दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहा। कंस का वध होते ही मथुरानगर वासी झूम उठे और इस नाटकीय कथावस्तु के समापन पर वर्ष 2020 में शांति, मित्रता व भाईचारा बनाये रखने की शपथ ली। इस अवसर पर धनुयात्रा कमेटी की ओर से सभी कलाकारों को मानपत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें कंस की भूमिका में हृषिकेश भोई, कृष्ण रूप अनुज सिंह, बलराम रूप अस्मित सिंह सहित सुभाष बीसी, हेमंत प्रधान, सूर्य प्रकाश, वेदमनी गुरु, वूंदावन सेठ, छंदचारण सेठ, अवधूत भोई, शिवा बाग कार्तिक भोई, गोपाल भोई, परमेश्वर भोई, सनातन देहुरी, सुधाकर बारिक शामिल हैं। धनुयात्रा की आखिरी शाम महाराज के राज्य अतिथियों में विधायक किशोर कुमार महांती, एमसीएल के कार्मिक निर्देशक केशव राव, लखनपुर के महाप्रबंधक अनिल सिंह, संचालन महाप्रबंधक अरुण कुमार स्वर्णकार, बेलपहाड़ खदान परियोजना अधिकारी यूरेन पटनायक, धनुयात्रा कमेटी के मुख्य संयोजक रघुनंदन पंडा, बी प्रधान, निरंजन कराली, प्रेमानंद साहू, सौकि प्रधान, जगन्नाथ कौड़ी, प्रसन्न प्रधान, संजयकुमार सिंह, शालिग्राम नायक, घनश्याम सिंह, रवींद्र होता, बिजय पति, सागर साहू आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। कार्यक्रम का संचालन उमाकांत पंडा ने किया। धनुयात्रा में शांति व्यवस्था बनाये रखने में बनहरपाली पुलिस की ओर से सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई थी।