पूतना का वध हो गया सुन विचलित हुआ कंस
बंधबहाल में जारी धनुयात्रा के तीसरे दिन गोपपुर बना बंधबहाल गांव कान्हा को पाकर गदगद दिखा।
संसू, ब्रजराजनगर : बंधबहाल में जारी धनुयात्रा के तीसरे दिन एक तरफ गोपपुर बना बंधबहाल गांव कान्हा को पाकर जहां कृष्णमय हो गया एवं हर तरफ गोपी और गोपीकाएं कृष्ण प्रेम में मस्त होकर बाल लीलाएं कर रहे थे वहीं दूसरी तरफ मथुरा में परिणत बंधबहाल कॉलोनी में महाराज कंस कन्या की आकाशवाणी को याद करके अत्यंत विचलित थे कि उनको मारने वाला पैदा हो गया है। नगर भ्रमण करते हुए भी उनके मन में यह विचार विचलित कर रहा था की इस कृष्ण को कैसे मारा जाए। फिर उनको जब समाचार मिला की उनके द्वारा भेजी गई राक्षसी पूतना का भी वध हो गया है तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई और उन्होंने अब अस्टमल राक्षस को कृष्ण वध के लिए भेजने का निश्चय किया। गुरुवार को श्री कृष्ण द्वारा किया गया पूतना का वध आकर्षण का केंद्र रहा और सैकड़ों लोग पूतना वध के साक्षी बने। गुरुवार को कंस के दरबार में हाजिरी लगाने वालों में बतौर अतिथि जमीदार बंसज संजय ¨सह, पत्रकार उमाकांत पंडा, बनवासी गॉड, दामोदर बढ़ाई, समाजसेवी शशिभूषण पात्र, ट्रक मालिक संघ के सचिव संतोष महंती इत्यादि ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। धनुयात्रा कमेटी के कोषाध्यक्ष र¨वद्र होता की अध्यक्षता में आयोजित इस यात्रा का संचालन रघुनंदन पंडा ने किया। कमेटी के सदस्य परमा साहू, महेंद्र गुरु, प्रदीप कराली, भगवान राम, आलोक प्रधान तथा रमेश ने सहयोग प्रदान किया।