कृषि बिल वापसी के लिए किसानों का प्रदर्शन
संसू ब्रजराजनगर अखिल भारतीय किसान महासंघ तथा पश्चिम ओडिशा कृषक समन्वय समिति के आह्वान पर
संसू, ब्रजराजनगर : अखिल भारतीय किसान महासंघ तथा पश्चिम ओडिशा कृषक समन्वय समिति के आह्वान पर जिला कृषक संघ के सदस्यों ने झारसुगुड़ा जिले के विभिन्न स्थानों पर गुरुवार को एक घंटे के लिए विरोध-प्रदर्शन तथा पथावरोध करते हुए सरकार की नई कृषि नीति का विरोध किया। जिलाधीश कार्यालय के सामने की सड़क पर दोपहर 11 से 12 बजे तक प्रतीकात्मक आंदोलन किया गया। इसी तरह लखनपुर प्रखंड के बेहेरागुड़ा तथा पंचगांव, लइकेरा एवम किरमिरा प्रखंड मुख्यालयों के समक्ष किसानों ने प्रदर्शन किया। इनके द्वारा किये गए एक घंटे के पथावरोध से सड़क के दोनों किनारों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। किसानों के आंदोलन में विभिन्न श्रमिक संगठन, राजनीतिक नेता, विस्थापित संग्राम समिति के नेता भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि नई कृषि नीति केवल किसानों के लिए ही दुखदायी नही है वरन इससे आमजनता भी पूरी तरह प्रभावित होंगे। देश के 80 प्रतिशत किसानों को प्रभावित करने के साथ ही इससे उनके लिए जीवन यापन करना दूभर हो जाएगा। नई कृषि नीति से सिर्फ बड़े बड़े घरानों को फायदा होने की बात कही गई । भाजपा ने अपने बहुमत का लाभ उठाते हुए किसानों की कमर तोड़ने वाले तीनो कृषि अध्यादेशों को संसद के दोनों सदनों में पारित करवा लिया लेकिन इससे देश की अर्थनीति के रसातल में चले जाने की बात वक्ताओं ने कही। देश के मुट्ठीभर पूंजीपतियों को और अधिक धनवान बनाने का इन्होंने इसे एक षड्यंत्र करार दिया। प्याज, आलू इत्यादि की बढ़ी हुई दरों को इस गलत नीति का प्रारंभिक प्रभाव बताया। ऐसी स्थिति में तीनो बिलों को वापिस लेने की मांग की अन्यथा भविष्य में आंदोलन को और अधिक उग्र करने का संकेत प्रदर्शनकारियों ने दिया।
झारसुगुड़ा के विरोध प्रदर्शन में किसान नेता सुरेंद्र साहू, दिलीप बढ़ई, बूढ़ी अंचल संग्राम समिति के गोपीनाथ माझी, कोयला खदान विस्थापित संग्राम समिति के बिरंचि स्वाई, कांग्रेस के भरत अवस्थी, सीपीआई के रमेश त्रिपाठी, कानूनविद प्रशांत त्रिपाठी तथा सियाराम दास, समाजसेवी विजय दास, दिगंबर बाग तथा प्रसन्न पंडा इत्यादि शामिल हुए। लखनपुर प्रखंड के बेहेरागुड़ा में हुए आंदोलन में बेनुधर भौई, बासुदेव भौई, झूमरलाल हाती, नरोत्तम प्रधान, किशोर प्रधान, निराकार प्रधान, टीकेस्वर प्रधान, मधुसूदम धुरवा इत्यादि किसान नेता शामिल हुए। इसी तरह पंचगांव में हुए आंदोलन में किसान नेता पंचानन प्रधान, गिरीश खमारी, ईश्वर बारीक, बिजय विस्वाल, सुरेश त्रिपाठी, इंद्र प्रधान समेत अनेक किसान शामिल हुए। सभी जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिला पुलिस द्वारा सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई थी।