करोना के चलते विमान यात्रा प्रभावित
कोरोना की दूसरी लहर के घातक होने से इसका असर विमान सेवा पर भी पड़ने लगा है। लोग भी कोरोना के बढ़ते प्रभाव से बचने घर से ही कम निकल रहे है। और इसका प्रभाव विमान सेवा पर भी हो रहा है।
संसू, झारसुगुड़ा : कोरोना की दूसरी लहर के घातक होने से इसका असर विमान सेवा पर भी पड़ने लगा है। लोग भी कोरोना के बढ़ते प्रभाव से बचने घर से ही कम निकल रहे है। और इसका प्रभाव विमान सेवा पर भी हो रहा है। झारसुगुड़ा से देश के प्रमुख मेट्रो सिटी व शहर के लिए नियमित विमान सेवा है। मगर कोरोना के चलते लोग अब विमान से भी यात्रा करने से बच रहे है। विदित हो की गत 2020 के मार्च माह में कोरोना का संक्रमण बढ़ने से पूरे देश में शटडाउन व लॉकडाउन लगने के कारण विमान सेवा भी प्रभावित हुई थी। और झारसुगुड़ा वीर सुरेन्द्र साय विमान तल से भी उड़ान सेवा पूर्ण रूप बंद हुई थी। बाद में मई माह के अंत से पुन: विमान सेवा आरंभ हुई थी। गत मई माह में सबसे कम मात्र 18 विमान झारसुगुड़ा से हो कर उड़ान भरते थे। जिसमें कुल 1069 यात्रियों ने ही यात्रा की थी। धीरे-धीरे कोरोना का प्रभाव कम होने से यात्रियों की संख्या भी बढ़ने लगी थी। गत जून माह में 541 विमान ने यहां से आवागमन किया था। वही, जुलाई में 2322, अगस्त में 282, सितंबर में 304 व अक्तूबर में 338 विमान ने उड़ान भरी थी। वहीं गत जनवरी व फरवरी में कोरोना संक्रमण के कम होने से यात्रियों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी देखी गई थी। जनवरी माह में 28,249 व फरवरी माह में 34,734 यात्री व मार्च माह में 1585 यात्रियों ने यात्रा की थी। मगर इसके बाद अप्रैल माह से कोरोना के चलते विमान यात्रा प्रभावित होने ली। अप्रैल सात तारीख को जहां 705 यात्रियों ने यात्रा की थी वहीं दस अप्रैल को 427 यात्रियों ने ही यात्रा की। यहां से करीब नौ विमान आवागमन करते थे। जो अब घट कर पांच हो गए है। यहां से दिल्ली, कोलकोता, हैदराबाद, मुंबई, भुवनेश्नर व रायपुर के झारसुगुड़ा से विमान सेवा है। मगर कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रायपुर की विमान सेवा को बंद किया गया है। वहीं आगामी दिन में कोरोना का संक्रमण और अधिक बढ़ने की संभावना को इंकार नहीं किया जा सकता। जिससे विमान सेवा पर सीधा असर पड़ेगा और विमान सेवा प्रभावित होगी।