संबलपुर में खुला देश का 75वां फिलाटेलिक ब्यूरो
संवाद सूत्र संबलपुर पश्चिम ओडिशा का पहला ओडिशा का तीसरा और देश का 75वां फिलाटेलिक
संवाद सूत्र, संबलपुर : पश्चिम ओडिशा का पहला ओडिशा का तीसरा और देश का 75वां फिलाटेलिक ब्यूरो संबलपुर मुख्य डाकघर में खुल गया है। डाक टिकट संग्रह करने का शौक रखने वालों में इसे लेकर बड़ी खुशी देखी जा रही है। शनिवार की शाम इसके लिए संबलपुर मुख्य डाकघर में उद्घाटन समारोह आयोजित रहा। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संबलपुर सांसद नितेश गंगदेव ने इसका उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने इस दिन को पश्चिम ओडिशा के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। संबलपुर की आराध्य देवी मां समलेश्वरी और प्रसिद्ध शीतलषष्ठी यात्रा का पोस्टकार्ड विमोचित किया गया। समारोह में पूर्व विधायक डा. रासेश्वरी पाणिग्राही, संबलपुर महाडाकपाल ललितेंदु प्रधान विशेष रूप से उपस्थित थे।
गौरतलब है कि ओडिशा में प्रथम फिलाटेलिक ब्यूरो 15 अगस्त 1948 को कटक में और द्वितीय ब्यूरो नौ अक्टूबर 2001 को राजधानी भुवनेश्वर में खुला था। इसके दो दशक बाद संबलपुर में तीसरा ब्यूरो खुला है। इसके खुलने से डाक टिकट संग्रह करने के शौकीनों को सर्वभारतीय स्तर पर जारी होने वाले नए डाक टिकट, लिफाफे आदि उसी दिन मिल सकेंगे। इसके अलावा, शौकीन लोग इस ब्यूरो में ऐतिहासिक डाक टिकटों और लिफाफों के संग्रह देख सकेंगे और उनके इतिहास के बारे में जान सकेंगे।
इस वर्ष नहीं होगी बंधबहाल की प्रसिद्ध धनुयात्रा
संसू, ब्रजराजनगर : 21 जनवरी से शुरू होने वाली बंधबहाल की प्रसिद्ध धनुयात्रा को कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष रद कर दिया गया है। झारसुगुड़ा जिले में ख्याति अर्जित कर चुकी इस यात्रा के रद हो जाने से इसमें काम करने वाले कलाकारों तथा दर्शकों में काफी निराशा है। यात्रा में कंस का अभिनय करने वाले हृषिकेश भौई के चमत्कारिक अभिनय के कारण इस यात्रा ने लोगों के मन को छू लिया था। उन्होंने कहा कि यात्रा न होने से कलाकारों के लिए अत्यंत दुखदायी बताया। वहीं दूसरी ओर, यात्रा रद हो जाने के बावजूद परंपराओं का निर्वहन करते हुए आंचलिक धनुयात्रा कमेटी ने शनिवार को गोपपुर में परिणत होने वाला बंधबहाल गांव तथा मथुरानागरी में परिणत होने वाले बंधबहाल कॉलोनी के कंस मंडप परिसर में विधि विधान से शुभ स्तंभ की स्थापना की गई। कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष निरंजन कराली, सचिव प्रेमानंद साहू, सौकि प्रधान, बीरंची प्रधान, मन कांटा, जगन्नाथ कौड़ी, अशोक साहू, भीष्मदेव पात्र, घनश्याम सिंह, विजय पति, उमाकांत पंडा, निरंजन पति तथा रवि सिंह आदि की मौजूदगी में पंडित नरेंद्र पुजारी तथा बंशीधर नेटी ने पूजा संपन्न की। संजय सिंह ने कर्ता का दायित्व निभाया। मौके पर अध्यक्ष बीरंची भौई ने कहा कि यात्रा न होने से इलाकेवासियों में काफी निराशा है लेकिन हमें कोविड के नियमों को भी ध्यान में रखना होगा।