प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं, चार साल के बच्चे ने हासिल की अतंर्राष्ट्रीय ख्याति
कटक निवासी चार वर्ष के नन्हा अविराम को इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स वर्ल्ड जीनियस रिकार्ड्स एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड्स तथा एक्सक्लूसिव टैलेंट अवार्ड-2020 मिल चुके हैं।
कटक, जागरण संवाददाता। कहते हैं कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं है, वह तो सिर्फ समर्पण भाव और कर्मों से आती है। इस कहावत को सच कर दिया है देवांश अग्रवाल ने। कटक शहर निवासी यह बालक की आयु मात्र चार साल है और इतने कम आयु में इसने कई अंतर्राष्ट्रीय ख्याति हासिल कर ली है। आज इस बालक की विलक्षण प्रतिभावान का लोहा पूरा कटक शहर मान रहा है। इसको बधाइयां मिलने सिलसिला शुरु हो गया है। देवांश कुमार अग्रवाल कटक के काठगड़ा साही के निवासी सुजीत कुमार अग्रवाल, नीलम अग्रवाल का एकमात्र सुपुत्र है। उम्र मात्र चार वर्ष होने के कारण स्कूली शिक्षा अभी शुरु नहीं हो पायी है। विद्यालय नहीं गया तो क्या हुआ, वह चमत्कारिक शैली में अनेक प्रकार की कहानियां कहता है।
35 प्रकार के Rhymes (बालगीत) गाता है अविराम
अविराम, लगातार, भावपूर्ण 35 प्रकार के Rhymes (बालगीत) गाता हैं। प्रखर ज्ञान का सागर देवांश को चार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। जिन सम्मानों से इस बालक को नवाजा गया है, वे हैं- इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, वर्ल्ड जीनियस रिकार्ड्स (नाइजीरिया), एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड्स तथा एक्सक्लूसिव टैलेंट अवार्ड- 2020। बालक की प्रतिभा का श्रेय उनकी माता नीलम अग्रवाल को भी जाता है।
सोशल मीडिया पर अपलोड है कई वीडियो
पिता सुजीत कुमार अग्रवाल ने बताया कि गत सप्ताह ये सभी सम्मान कुरियर द्वारा प्राप्त हुए हैं उनके बताए अनुसार मई-2020 में लॉकडाउन और शटडाउन के दौरान देवांश के कई वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए गये थे। उसके पश्चात रिकार्ड संपर्क सूचना पाकर एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्डस कमेटी को वीडियो भेजा गया था। संस्था ने वीडियो की जांचकर देवांश को प्रतिभाशाली एवं योग्य घोषित किया। उन्होंने कहा कि देवांश अग्रवाल कम उम्र का प्रतिभावान बालक है।
20 तक पहाड़े हैं कंठस्थ, जोश से सुनाता है ‘राष्ट्रीय गान’
विश्व के वह सभी विषयों पर वह अपनी जानकारी प्राप्त कर अपने ज्ञान का विस्तार करना चाहता है। उसे 20 तक के पहाड़े कंठस्थ हैं। वह उल्टी गिनती बड़ी सहजता से गिन लेता है। वह ‘राष्ट्रीय गान’ बड़े जोश और उत्साह के साथ सुर में गाता है। ‘राष्ट्रीय प्रतिज्ञा’ सम्मान के साथ बोलता है। सिर्फ इतना ही नहीं, उसने लॉकडाउन और शटडाउन के समयकाल में कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर 30 सर्टिफिकेट हासिल किये हैं। दादाजी अरुण कुमार अग्रवाल और दादी मीना अग्रवाल देवांश के रूप में इस अमूल्य निधि को पाकर अपने आपको धन्य मान रहे हैं। प्रतिभा के धनी देवांश कुमार अग्रवाल को इन उपलब्धियों के लिए हार्दिक बधाइयां और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं लोगों से प्राप्त हो रही हैं।