नक्सली बंद में नहीं हिले बसों के पहिये
नक्सलियों की ओर से मंगलवार की मध्यरात्रि से बुधवार की मध्यरात्रि तक 24 घंटों के बंद का आह्वान किया गया है।
राउरकेला, जागरण संवाददाता। बिहार-झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान के खिलाफ माओवादियों की ओर से दोनों राज्यों में आहूत बंद का असर बुधवार को राउरकेला में भी दिखा। इस बंद के कारण शहर से झारखंड और बिहार जाने वाली बसों के पहिये थमे रहे। इससे झारखंड व बिहार राज्य में जाने को बस स्टैंड पहुंचे यात्रियों को परेशान हाल में घूमते देखा गया। कुछ यात्री क्रिसमस का त्योहार मनाने के लिए छुट्टी लेकर घर जाने के लिए यहां पहुंचे हुए थे।
बुधवार की सुबह गोवा से ट्रेन से राउरकेला स्टेशन उतरने के बाद अनिल लाकड़ा झारखंड के गुमला जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचे। उनके साथ दो महिला व दो बच्चों के साथ कुल दस लोग शामिल हैं। यहां पहुंचने पर पता चला कि नक्सली बंद के कारण बसें नहीं चल रही हैं। उन्होंने बताया कि बसें न चलने के कारण एक-दो ऑटो रिक्शा वालों से गुमला जाने को लेकर बातचीत की तो उन्होंने इसका किराया 1200 रुपये से लेकर दो हजार रुपये के बीच बताया।
जबकि इतनी रकम देकर जाना संभव नही है और अब उन्हें बस सेवा शुरू होने तक इंतजार करना पड़ेगा। इसी प्रकार मुंबई से पहुंचे सुनील डांग ने बताया कि उन्हें राउरकेला से बस पकड़कर लोहरदगा जाना था, लेकिन यहां आकर पता चला कि नक्सली बंद के कारण बस सेवा बंद है। उन्हें भी यहां पर रुककर ही इंतजार करना पड़ेगा। नक्सलियों की ओर से मंगलवार की मध्यरात्रि से बुधवार की मध्यरात्रि तक 24 घंटों के बंद का आह्वान किया गया है। इस वजह से रात के समय राउरकेला बस स्टैंड से बिहार के लिए चलने वाली बसें भी नहीं चली।
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