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Odisha: डाक्टर को रंगदारी, हत्या व अपहरण की धमकी देने के आरोप में माफिया एमरज गिरफ्तार

Odishaडाक्टर को रंगदारी हत्या व धमकी देने के आरोप में कमिश्नरेट पुलिस ने झारखंड के माफिया एमरज अंसारी को गिरफ्तार किया है। झारखंड पुलिस के लिए भी मोस्ट वांटेड रहने वाला एमरेज अंसारी उर्फ इमरान उर्फ बाबू को कटक कमिश्नरेट पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 03 Feb 2022 05:07 PM (IST)Updated: Thu, 03 Feb 2022 05:07 PM (IST)
Odisha: डाक्टर को रंगदारी, हत्या व अपहरण की धमकी देने के आरोप में माफिया एमरज गिरफ्तार
डाक्टर को रंगदारी, हत्या व अपहरण की धमकी देने के आरोप में माफिया एमरज गिरफ्तार। फाइल फोटो

कटक, जागरण संवाददाता। ओडिशा के एक डाक्टर को रंगदारी, हत्या व धमकी देने के आरोप में कमिश्नरेट पुलिस ने झारखंड के माफिया एमरज अंसारी को गिरफ्तार किया है। झारखंड पुलिस के लिए भी मोस्ट वांटेड रहने वाला एमरेज अंसारी उर्फ इमरान उर्फ बाबू को कटक कमिश्नरेट पुलिस की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया है। बाबू कटक में मौजूद शिफा हास्पिटल के मालिक डाक्टर शम्मी सलीम से 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की थी। इसके अलावा उसने झारखंड मझगांव के विधायक के साथ-साथ केन्दुझर के कई खान व्यापारियों को भी नक्सल परिचय देकर रंगदारी की मांग की थी। झारखंड चाईबासा जिला मझगांव मेडिकल इलाके का 29 साल का एमरज उर्फ बाबू दो राज्यों की पुलिस को परेशान कर रखा था। इसकी गिरफ्तारी के बाद झारखंड व ओडिशा सीमा में सक्रिय रहने वाले नक्सल लिंक के बारे में भी पता चला है। एमरज की रंगदारी की मांग के पीछे नक्सल संगठन का हाथ होने की सूचना मिली है।

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फोन पर दी धमकी

कटक डीसीपी प्रतीक सिंह ने बुधवार अपराह्न को बीड़ानासी थाना में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में इस कुख्यात माफिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बीड़ानासी मठ साही में मौजूद शिफा हास्पिटल के मालिक डाक्टर शम्मी सलीम को गत पांच जनवरी को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन आया। जिसमें रंगदारी, हत्या, अपहरण की धमकी दी गई। फोन करने वाला शख्स खुद को नक्सल का परिचय देकर 50 लाख रुपये की मांग की थी। बाद में वाट्सएप के जरिए भी कई धमकी भरा मैसेज भेजा। रुपये ना देने पर डाक्टर सलीम की बेटी को अगवा करने के लिए भी धमकी दी गई। इसके बाद डाक्टर सलीम ने 10 जनवरी को बीड़ानासी थाने में मामला दर्ज किया। पुलिस ने घटना को गंभीरता के साथ लेते हुए छानबीन शुरू की।  बीडानासी थाना के सब इंस्पेक्टर निरंजन भोई को जांच की जिम्मेदारी दी गई। फोन नंबर को ट्रैक किए जाने के बाद पुलिस ने झारखंड के मझगांव और नोआमुंडी के साथ-साथ केन्दुझर, जोड़ा, बड़बिल आदि इलाके में छापेमारी की, लेकिन उसका पता नहीं चला। नियमित रूप में मोबाइल लोकेशन बदलवाने के लिए बाबू के पास पहुंचना पुलिस के लिए काफी मुश्किल हो गया था।

इस तरह हुई गिरफ्तारी

मामले की जांच करते करते समय पुलिस की नजर में यह बात भी सामने आई कि बाबू झारखंड मझगांव के विधायक निरल पूर्ति से रंगदारी की मांग की थी। 50 लाख रुपये ना देने पर हत्या करने की भी धमकी दी थी। इसके चलते मझगांव थाना में 22 दिसंबर, वर्ष 2021 को एक मामला दर्ज किया गया था। एमरज उर्फ बाबू के कटक आने के बारे में पुलिस को विशेष सूत्रों से खबर मिलने के बाद से पुलिस ने एक फरवरी को उसे गिरफ्तार किया। उसके पास से पुलिस एक मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड बरामद किए।  इसको पकड़ने के लिए पुलिस की ओर से विशेष टीम एसीपी तापस प्रधान की अगुवाई में बनाई गई थी और मास्टर प्लान भी बनाया गया था। पुलिस की इस टीम में बीड़ानासी थाना पुलिस के साथ-साथ दूसरे पुलिस अधिकारी भी 15 जनवरी से झारखंड में डेरा जमाए हुए थे। वहां से उसकी गतिविधि पर पुलिस की ओर से कड़ी नजर रखी गई थी। करीब 15 दिन के बाद उसके बारे में पुलिस को पता चला और पुलिस ने बड़े होशियारी से उसे दबोच लिया। उसके नाम पर मामला दर्ज करते हुए कोर्ट चालान कर जेल भेज दिया गया है। 


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