कोर्इ्र दीवाना कहता है.., झूमा कटक
नगर स्थित जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में मारवाड़ी समाज, कटक की ओर से आयोजित कुमार विश्वास नाइट को कवियों और श्रोताओं ने एक-दूसरे को भरपूर सहयोग प्रदान कर यादगार बना दिया।
जासं, कटक : नगर स्थित जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में मारवाड़ी समाज, कटक की ओर से आयोजित 'डॉ. कुमार विश्वास नाइट' को कवियों और श्रोताओं ने एक-दूसरे को भरपूर सहयोग प्रदान कर यादगार बना दिया। दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुए इस कार्यक्रम में डॉ. कुमार विश्वास ने ¨हदी को अपनी मां और ओड़िया को अपनी मौसी बताकर श्रोताओं का दिल जीत लिया। विश्वास ने मारवाड़ी समाज का आभार व्यक्त करते हुए साथ आए कवि और गजल गायिका मुमताज नसीम आदि का परिचय प्रदान कर जैसे ही अपनी कविता 'कोई दीवाना कहता है..' सुनायी पूर स्टेडियम करतल ध्वनि से गुंजायमान हो उठा। इसके बाद है नमन उनको.., ये पुरानी राहें.., सूरज पर प्रतिबंध अनेकों.., तुम अगर नहीं आई.., कविताओं और अपने मुक्तको से विश्वास ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। साथ ही बड़े-बुजुर्गों, युवा-युवती, समाजसेवियों, राजनीतिज्ञों और अपने श्रोताओं को अपनी भाषा, बोली, भोजन और भारतीयता को बचाये रखने का संदेश भी दिया। विश्वास ने कहा कि भारतीयता अगर कही सुरक्षित है तो वह हमारी सरलता में, सादगी में है। सबसे अच्छी कविता मौन की होती है। समाज की विसंगतियों, जीएसटी, समसामयिक राजनीति माहौल और पारिवारिक रिश्तों आदि पर भी विश्वास ने अपनी कविताओं के माध्यम से तंज किया। कुमार विश्वास ने कहा कि यह वही ओडिशा है जहां के बड़बिल में लव-कुश ने राम के घोड़ों को पकड़ा था।
गजल गायिका मुमताज नसीम ने मुस्कराती जिंदगी.., बदरिया रे जाके वहां बरसो, जहां है मेरा संवरिया.. आदि सुनाकर श्रोताओं का ध्यान खींचा। हास्य कलाकार हेमंत पांडेय ने हास्य कविता, कवि रमेश मुस्कान ने भी हास्य विनोद से भरपूर कविताओं सुनाकर लोगों को खूब हंसाया। इस मौके पर विशिष्ट मेहमान विधायक देवाशीष सामंतराय ने डॉ. कुमार विश्वास को सम्मानित किया। इस अवसर पर कुछ व्यक्ति विशेष को भी सम्मानित किया गया। अंत में मारवाड़ी समाज के अध्यक्ष विजय खंडेलवाल ने डॉ. कुमार विश्वास उनके सहयोगियों, अपने आमंत्रित मेहमानों के प्रति आभार जताया।