सीएए के विरोध में सड़क पर अल्पसंख्यक दलित मंच
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) सहित एनआरसी और एनपीआर का विरोध जारी है।
जागरण संवाददाता, कटक : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) सहित एनआरसी और एनपीआर का विरोध जारी है। इसी के तहत सोमवार को अल्पसंख्यक दलित मंच की तरफ से विशाल रैली निकालकर जिलाधीश कार्यालय के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया गया। साथ ही जिलाधीश के मार्फत राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष, ओडिशा के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा गया है। मंच का आरोप है कि केंद्र सरकार की ओर से लागू नागरिकता संशोधन कानून अल्पसंख्यक लोगों के खिलाफ है। खासतौर पर मुसलमान संप्रदाय के लिए घातक है। इसी तरह एनसीआर और एनआरपी कानून मुसलमानों के लिए सुरक्षित नहीं है। ऐसे में इस कानून को रद करने के लिए मंच ने मांग की है।
इससे पूर्व बाखराबाद गांधी भवन के पास से मंच के सैकड़ों कार्यकर्ता रैली निकालकर जिलाधीश कार्यालय के सामने पहुंचे। यहां आंदोलनकारियों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए सीएए को अल्पसंख्यक विरोधी बताते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंच के अध्यक्ष शेख मुम्ताकीम बख्श ने कहा कि यह कानून लाकर केंद्र सरकार सियासी खेल खेल रही है। अगर इस कानून को वापस नहीं लिया गया तो आगे भी मंच की ओर से आंदोलन जारी रहेगा। इस प्रदर्शन में मंच के महासचिव सुकांत सेठी, क्षिरोद बेहरा, शंकर नायक, लेनिन राय, मौलाना नौशाद आलम, डॉ. शमी सलीम, हाफिज कयूम, नेहा परवीन, रेशमा खानम प्रमुख शामिल थे।