छग के गेड़ी नृत्य व प्रतिभा के गीतों पर झूमे दर्शक
नगर में चल रहे ऐतिहासिक बालीयात्रा मेले में दर्शकों का हुजूम बढ़ता जा रहा है।
जासं, कटक : नगर में चल रहे ऐतिहासिक बालीयात्रा मेले में दर्शकों का हुजूम बढ़ता जा रहा है। मेले की सातवीं शाम गणकवि वैष्णव कवि सांस्कृतिक मंच पर विभिन्न पारंपरिक नृत्य पेश किए गए। इनमें छत्तीसगढ़ का गेड़ी नृत्य सबसे खास रहा। यह लोकनृत्य करीब आधे घंटे तक चला। आमतौर पर फसल उगने के समय होने वाले इस नृत्य को पारंपरिक वेशभूषा में 16 कलाकारों की टीम ने अनोखे अंदाज में पेशकर दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। नृत्य गुरु अनिल गेड़वाल के निर्देशन में कलाकारों ने यह नृत्य पेश किया। जिला प्रशासन, नगर निगम एवं जिला सांस्कृतिक परिषद की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में शुक्रवार की शाम गणकवि वैष्णवपाणी द्वारा रचित नाटक द्रौपदी वस्त्रहरण का भी मंचन हुआ। महांगा से आए विनोदविहारी कला परिषद के कलाकारों ने इसे अपने अंदाज में मंच पर पेश किया। इसी तरह जागृति नृत्य कला मंदिर के 10 कलाकारों ने जाग्यसिनी राय के निर्देशन में संबलपुरी नृत्य पेशकर दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। इसके अलावा असम के बरनाली कलाकृषि अनुष्ठान के कलाकारों ने बिहू नृत्य एवं बांगला देश के कलाकारों ने लोकनृत्य पेश कर कार्यक्रम में चार चांद लगाया। पारंपरिक नृत्य के बाद मंच पर बालीवुड गायिका व सारेगामा पा फेम की कलाकार प्रतिभा ¨सह बघेल ने एक से बढ़कर एक ¨हदी गीत पेशकर दर्शकों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। ओलीवुड के गायक स्वयं पाढ़ी ने ओड़िया और ¨हदी गाना पेश किया। कार्यक्रम के अंत में कलाकारों को सम्मानित किया गया। शाम के कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक के भुवनेश्वर मंडल के मुख्य महाप्रबंधक प्रवीण काला, प्रोजेक्ट निर्देशक सरोज कुमार महंती को सम्मानित किया गया।