डॉ. प्रतिभा को सारला और डॉ. रघुनाथ को कलिग रत्न सम्मान
नगर के बीजू पटनायक चौक में मौजूद सारला भवन में आयोजित सारला साहित्य संसद का वार्षिक उत्सव आयोजित किया गया।
जासं, कटक : नगर के बीजू पटनायक चौक में मौजूद सारला भवन में आयोजित सारला साहित्य संसद का वार्षिक उत्सव आयोजित किया गया। इस शुभारंभ मुख्य अतिथि के तौर पर आंध्रप्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि सारला दास की विश्व साहित्य में एक अलग पहचान है। उनके द्वारा रचित ओड़िया महाभारत एक अनोखी रचना है। आदि कवि सारला दास के बगैर ओड़िया साहित्य की कल्पना नहीं की जा सकती है। सारला साहित्य संसद के अध्यक्ष इंजीनियर प्रभाकर स्वांई की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि हिदी साहित्यकार चित्रा मुद्गल ने कहा कि सारला दास विश्व साहित्य में एक अलौकिक प्रतिभा हैं। उनकी रचना में नारी शक्ति की आराधना के साथ महिला को सशक्त करने के लिए हमेशा जोर दिया गया है। मुख्यवक्ता संस्कृति विभाग के निदेशक व साहित्यकार विजय कुमार नायक सारला दास की रचना ओड़िया महाभारत को यादगार रचना बताते हुए कहा कि यह 15वीं शताब्दी की छवि को बयां करती है। सम्मानित अतिथि साहित्यकार सहदेव साहू ने कहा कि 600 साल पहले रचित ओड़िया महाभारत की लोकप्रियता आज के इंटरनेट युग में भी है। इस मौके पर जानी-मानी साहित्यकार पद्मश्री डॉ. प्रतिभा राय को सारला सम्मान से नवाजा गया। जबकि पद्मविभूषण डॉ. रघुनाथ महापात्र को सम्मानजनक कलिग रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा अन्य कई प्रतिभाओं को भी सारला साहित्य संसद की ओर से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कई गणमान्य के साथ बड़ी संख्या में साहित्यकार मौजूद थे।