वंदे मातरम भारत भक्ति वंदना कार्यक्रम कल
देश के लोगों खासकर युवा वर्ग के मन में देशप्रेम की भावना जागृत करने उद्देश्य से एकल भारत अभियान की तरफ से वंदे मातरम भारत भक्ति वंदना कार्यक्रम आयेाजित करने का निर्णय लिया गया है।
जासं, भुवनेश्वर : देश के लोगों, खासकर युवा वर्ग के मन में देशप्रेम की भावना जागृत करने उद्देश्य से एकल भारत अभियान तथा फ्रेंड्स ऑफ ट्राइवल्स सोसाइटी, भुवनेश्वर की तरफ से वंदे मातरम भारत भक्ति वंदना कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। आगामी 22 सितंबर को स्थानीय चंद्रशेखरपुर रेल ऑडिटोरियम अपराह्न चार बजे शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में राजधानी भुवनेश्वर, कटक के अलावा प्रदेश भर से हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने की जानकारी एकल भारत अभियान, फ्रेंड्स ऑफ ट्राइवल्स सोसाइटी की तरफ से दी गई है। इस कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध कवि चित्रकार नाट्यकार बाबा सत्यनारायण मौर्य लोगों को देशप्रेम का पाठ पढ़ाने के साथ जागरूक करेंगे।
इसे लेकर सोसाइटी के संरक्षक लक्ष्मण महिपाल, अध्यक्ष अजय अग्रवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को तैयारी बैठक हुई। इसमें सोसाइटी के वरिष्ठ सदस्य लालचन्द मोहता, मनसुख लाल सेठिया, प्रकाश भुरा, नवरतन बोथरा, घनश्याम पेडीवाल, शुभकरण भुरा, बच्छराज बेताला, बजरंग लाल अग्रवाल, नथमल जालान प्रमुख ने कार्यक्रम को सफल बनाने में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
दैनिक जागरण से बातचीत में लालचन्द मोहता ने बताया कि एकल अभियान के तहत सिर्फ ओडिशा के आदिवासी इलाके में 5010 स्कूल (एकल विद्यालय) चलाये जा रहे हैं, जबकि पूरे देश 92679, नेपाल में 2218 यानी कुल मिलाकर 94897 एकल विद्यालय चल रहे हैं। इसके जरिए आदिवासी बच्चों व युवाओं को शिक्षा के साथ खेलकूद के हुनर का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन युवक युवतियों को समाज की मुख्य धारा में शामिल कराने के साथ अपनी परंपरा को अपनाते हुए भक्ति मार्ग के साथ देश प्रेम की भावना भी उनके मन में जागृत की जाती है। वंदे मातरम भारत भक्ति वंदना कार्यक्रम का उद्देश्य भी प्रत्येक व्यक्ति को देश के प्रति उनके योगदान के लिए जागरूक कराना है। उन्होंने कहा कि जिस दिन भारत के हर व्यक्ति के साथ नौजवान जो देश के भविष्य हैं, देश के प्रति अपने योगदान को समझने लगेगा, उस दिन हमारे देश को विश्व गुरु बनने से कोई रोक नहीं पाएगा। आज के युवा पाश्चात्य संस्कृति को अपनाने में लग गए हैं, उन्हें अपनी संस्कृति एवं देश भक्ति तथा देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराना इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य है।