हक के लिए सड़क पर ट्रेड यूनियनें, ओडिशा बेहाल
केंद्र सरकार की विभिन्न नीतियों के खिलाफ अखिल भारतीय ट्रेड यूनियनों की ओर से आहूत आठ व नौ जनवरी को देशव्यापी हड़ताल का राज्य में पहले दिन व्यापक असर दिखा।
जासं, भुवनेश्वर : केंद्र सरकार की विभिन्न नीतियों के खिलाफ अखिल भारतीय ट्रेड यूनियनों की ओर से आहूत आठ व नौ जनवरी को देशव्यापी हड़ताल का राज्य में पहले दिन व्यापक असर दिखा। मंगलवार को तमाम श्रमिक संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतरकर राजधानी भुवनेश्वर समेत राज्य के विभिन्न जिलों में चौक-चौराहों पर टायर आदि जलाकर मार्ग को जाम कर दिया। इससे सैकड़ों की संख्या में वाहन दिनभर जाम में फंसे रहे। वहीं सीपीआइ के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह रेल चक्का जाम कर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित किया। इससे रेल यात्रियों को भी काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। तमाम रेलयात्री पूरे दिन स्टेशनों में फंसे रहे। ट्रेड यूनियनों की इस हड़ताल को लेकर ओडिशा सरकार द्वारा पहले ही राज्य के स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई थी। इस कारण छात्रों अभिभावकों को तो परेशानी नहीं होना पड़ा लेकिन इस हड़ताल का पहले दिन ही आमजनजीवन पर व्यापक असर पड़ा। लोगों को जरूरी सामान के लिए दिनभर भटकते देखा गया। हड़ताल के दौरान समर्थक विभिन्न सरकारी प्रतिष्ठानों के सामने धरना-प्रदर्शन करते भी नजर आए। श्रमिकों की इस हड़ताल को कांग्रेस, बीजू जनता दल, समाजवादी पार्टी का भी समर्थन मिलने से राज्य के विभिन्न जिलों में यातायात पूरी तरह से ठप रहा। हालांकि इस दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया था।