केंदुझर में किसानों को महंगी पड़ी टमाटर की खेती, दो रुपये किलो बेचने को मजबूर
राज्य में टमाटर की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार कई कदम उठा रही है।
संसू, भुवनेश्वर : राज्य में टमाटर की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार कई कदम उठा रही है। किसानों को उन्नत बीज व खाद की मदद दी जा रही है मगर उपज का सही दाम न मिलने से किसान परेशान हैं। ताजा उदाहरण केंदुझर इलाके का है, जहां महज 2 रुपये प्रति किलो टमाटर बेचा जा रहा है। राज्य सरकार ने इसी जिले में बिलाती ओडिशा नाम से खाद्य प्रसंस्करण के तहत एक यूनिट लगाई गई थी। लेकिन जिले के किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। टमाटर की पैदावार कर दो पैसा रोजगार करने की चाहत में जिले के कई किसानों ने टमाटर की खेती की है। अनेक किसान ऋण कर चुके हैं। अब फसल तैयार होने के बाद बिक्री के लिए समुचित दाम न मिलने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। कई जगह खरीदार न मिलने से किसान सड़क के किनारे टमाटर जमा कर सिर पर हाथ धरे बैठे हैं।
जिले के महादेईजोड़ा ब्लॉक के महांतसाही, सिमिलीसाही, टकरपड़ा, डालिंबाडिही, आदि गांवों में लगभग 50 एकड़ से ज्याद जमीन पर टमाटर की खेती की गई थी। अब अपनी उपज को लेकर ये किसान परेशान हैं। 25 से 30 किलो वाले टमाटर ट्रे का दाम महज 50 से 60 रुपये है। जबकि निकट बाजार अगर किसान टमाटर लेकर जाता है तो उसे टमाटर बीनने से लेकर ऑटो भाड़ा 50 रुपये प्रति ट्रे खर्च करना पड़ रहा है। ऐसे में किसान अपने टमाटर को लेकर बेहाल हैं। उनकी मांग है कि सरकार इस मसले का हल निकाले।