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ओडिशा के एडीजी बोथरा का सराहनीय प्रयास, ऑक्‍सीजन भेज दिल्‍ली में 68 लोगों की बचायी जिंदगी

Oxygen Supply ओडिशा के एडीजी अरुण बोथरा (ADG Arun Bothra) के प्रयास से नई दिल्ली में बच गई 68 लोगों की जिंदगी दैनिक जागरण से बात करते हुए एडीजी ने कहा मुसीबत में किसी के काम आ सका अच्छा लग रहा है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 24 Apr 2021 12:40 PM (IST)Updated: Sat, 24 Apr 2021 12:40 PM (IST)
ओडिशा के एडीजी बोथरा का सराहनीय प्रयास, ऑक्‍सीजन भेज दिल्‍ली में 68 लोगों की बचायी जिंदगी
ओडिशा के एडीजी अरुण बोथरा ने बचायी 68 लोगों की जिंदगी

 भुवनेश्वर, शेषनाथ राय। ओडिशा राज्य सड़क एवं परिवहन निगम के संचालन निदेशक तथा भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी (एडीजी) अरूण बोथरा ने नई दिल्ली के एक अस्पताल के लिए जरूरी आक्सीजन की व्यवस्था कर 68 जिंदगी बचायी है। इसके लिए नई दिल्ली में मौजूद उक्त अस्पताल एवं मरीजों के रिश्तेदारों ने एडीजी के प्रति आभार प्रकट किया है। एडीजी अरूण बोथरा के इस कार्य की प्रशंसा न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे ओडिशा में भी हो रही है। इस संबंध में दैनिक जागरण से बात करते हुए एडीजी अरुण बोथरा ने बताया कि अक्सर लोग ट्विटर पर मदद के लिए गुहार लगाते रहते है। वर्तमान का समय तो बहुत ही कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है। ट्विटर पर हमें जब इस तरह की जानकारी मिली तो मैं भी विचिलित हो गया। मुझे अच्छा लग रहा है कि इस मुसीबत घड़ी में मैं किसी के काम आ सका।

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नई दिल्ली स्थित अस्पताल में पहुंचायी ऑक्‍सीजन  

जानकारी के मुताबिक गुरुवार को नई दिल्ली स्थित राठी अस्पताल में आक्सीजन की समस्या देखी गई थी। यहां पर 68 मरीजों के शरीर में आक्सीजन दिया जा रहा था। तुरन्त आक्सीजन की व्यवस्था करने को अस्पताल के अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी। वहां से कोई उत्तर नहीं मिला तो अन्य अस्पताल के साथ संयोग किए। यह प्रक्रिया सुबह से शुरू हुई और रात के 2 बज गए। अस्पताल के अधिकारी आपातकालीन सहायता नंबर पर फोन करते रहे मगर कोई लाभ नहीं हो रहा था। आक्सीजन की कमी की बात सुनकर कुछ लोग तो फोन काट दे रहे थे। 

 श्री बोथरा ने तुरन्त ट्वीट को री-ट्वीट

अन्त में रात करीबन 2 बजे अस्पताल की तरफ से प्रधानमंत्री, केन्द्र स्वास्थ्य मंत्री तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री को संयोग कर एक ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा कि हमारे अस्पताल में 68 मरीजों को ऑक्‍सीजन दी जा रही है। मात्र 2 घंटे में यह खत्म हो जाएगा। सुबह से लेकर रात तक हमने सबसे अनुरोध कर लिया मगर कोई नहीं सुन रहा है। कैसे भी किसी भी व्यक्ति के जरिए हमें आक्सीजन मिले हम इसके लिए विनती करते हैं। आक्सीजन सिलेंडर में जितनी आक्सीजन है वह रात 2 से 4 बजे के बीच खत्म हो जाएगी। अस्पताल के इस ट्वीट को जब श्री बोथरा ने देखा तो उन्होंने तुरन्त इस ट्वीट को री-ट्वीट किया। बोथरा ने लिखा कि नई दिल्ली स्थित राठी अस्पताल में आक्सीजन की कमी दिख रही है। कोई मदद कर सकता है क्या।

 68 लोग कर रहे थे जिंदगी व मौत के साथ संघर्ष 

बोथरा के इस ट्वीट को पढ़ने के बाद केन्द्र गृह विभाग के सचिव संजीव गुप्ता सक्रिय हुए। ओडिशा से श्री बोथरा एवं नई दिल्ली से श्री गुप्ता ने अपने-अपने आईपीएस मित्र एवं मिलने वालों के साथ संपर्क किया। श्री गुप्ता ने गृह मंत्रालय नियंत्रण कक्ष को इस संबन्ध में जरूरी वार्ता दी। वहीं बोथरा नई दिल्ली स्थित इंडिया केयर नामक एक स्वयंसेवी संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क किया। स्वयंसेवी संगठन के कार्यकर्ताओं से राठी अस्पताल के अधिकारियों का फोन नंबर लाकर उनसे संपर्क किया। अस्पताल की एक महिला अधिकारी ने आक्सीजन खत्म हो जाने की बात करुण शब्दों में कही क्योंकि उस समय 68 लोग जिंदगी एवं मौत के साथ संघर्ष कर रहे थे। 

 बोथरा ने दिया आश्‍वासन 

बोथरा ने उक्त महिला अधिकारी से धैर्य के साथ पूरी बात बताने को कहा। महिला अधिकारी के मुताबिक उनके  अस्पताल के लिए हरियाणा के मानेसर से आक्सीजन सिलेंडर भरा ट्रक आ रहा था। भीड़ के कारण यह ट्रक अभी नहीं पहुंच पाया है। ट्रक को यहां पहुंचने में 4 से 5 घंटे का समय लगेगा। यदि दो घंटे में आक्सीजन नहीं पहुंचता है तो फिर 68 लोगों का जीवन चले जीने की महिला अधिकारी ने रोते हुए श्री बोथरा से कही। बोथरा ने महिला अधिकारी को आश्वासन देने के साथ ही नई दिल्ली में भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा तथा बैशाली पोद्दार के साथ संपर्क किया।

 तुरन्त भिजवाये गए ऑक्‍सीजन के 10 सिलेंडर 

 इन दो लोगों ने तुरन्त 10 आक्सीजन का सिलेंडर अस्पताल में भिजवाने की व्यवस्था की। वहीं दूसरी तरफ श्री  बोथरा ने नई दिल्ली से हरियाणा के मानेसर के बीच विभिन्न थाना अधिकारी को अपना परिचय देकर रास्ते से भीड़ मुक्त करने के लिए प्रयास करने को कहा। अंत में 3 बजकर 20 मिनट पर 14 टन विशिष्ट आक्सीजन वाला ट्रक मानेसर से आकर उक्त अस्पताल पहुंचा और 68 लोगों की जिंदगी बच गई। इसके बाद उक्त अस्पताल की तरफ से बोथरा के प्रति आभार प्रकट किया गया है। 

 1996 बैच के ओडिशा कैडर के आईपीएस अधिकारी एडीजी बोथरा पिछले साल लाकडाउन के समय भी एक महिला की मदद की थी। संपृक्त महिला के बीमार बच्चे के लिए ऊंट के दूध की जरूरत थी। लाकडाउन के कारण यह नहीं मिल पा रहा था और महिला के बच्चे का जीवन खतरे में था। यह बात जानने के बाद बोथरा ने राजस्थान से 20 लीटर ऊंट के दूध की व्यवस्था की थी। इससे महिला के बच्चे का जीवन बच गया था।


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